नई दिल्ली: रेटिंग एजेन्सी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने मंगलवार को कहा कि सतत रूप से जरूरत से अधिक आपूर्ति के चलते वैश्विक स्तर पर इस साल तेल व गैस की कीमतें नरम बनी रहेंगी जिससे तेल व गैस उत्खनन व उत्पादन उद्योग में पूंजीगत व्यय में कम से कम 20-25 प्रतिशत की कमी आएगी। रेटिंग एजेन्सी ने अपनी रिपोर्ट ‘तेल व प्राकृतिक गैस उद्योग- वैश्विक परिदृश्य’ में कहा कि जरूरत से अधिक आपूर्ति के चलते 2016 में तेल व गैस कीमतों पर दबाव बना रहेगा। मूडीज ने कहा, ‘ओपेक एवं कई गैर ओपेक तेल उत्पादक निर्बाध रूप से उत्पादन जारी रखेंगे क्योंकि बाजार हिस्सेदारी को लेकर उनमें होड़ मची हुई है।
चीन, भारत और अमेरिका जैसे प्रमुख उपभोक्ता देशों में तेल की खपत जितनी बढी है, उससे कहीं अधिक उत्पादन बढ़ा है।’