काहिरा: हमास और इजराइल के बीच युद्धविराम समझौता स्थानीय समयानुसार रविवार सुबह 8.30 बजे से लागू होगा। कतर के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। कतर के विदेश मंत्री माजिद अल-अंसारी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में कहा कि युद्धविराम रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 8:30 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर 12 बजे) से प्रभावी होगा, और लोगों को सावधानी बरतने और अधिकारियों के निर्देशों की प्रतीक्षा करने की सलाह दी। इजराइली मंत्रिमंडल ने शनिवार सुबह गाजा में युद्ध विराम समझौते को मंजूरी दे दी।
इस समझौते के लागू होने के बाद दर्जनों बंधकों को रिहा किया जा सकेगा और हमास के साथ 15 महीने से जारी युद्ध पर लगाम लगेगी। युद्धविराम की खबर के बावजूद शनिवार को पूरे मध्य इजराइल में सायरन बजने लगे और सेना ने बताया कि उसने यमन से दागी गयी मिसाइलों को रोक दिया। इससे पहले, कतर के विदेश मंत्रालय ने इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम रविवार सुबह साढ़े छह बजे से प्रभावी होने की बात कही थी। इससे पहले इजरायल ने इस समझौते को वोटिंग करके स्वीकृति दे दी थी। समझौते के पक्ष में 24 तथा विरोध में 8 वोट पड़े।
कतर ने सभी पक्षों को सलाह दी है कि वे संयम बरतें और पूरी सतर्कता रखें। इससे पहले कतर के पीएम शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने कहा था कि अंतिम दिनों में हुई बातचीत निर्णायक साबित हुई। वहीं इजरायल भी 735 फिलीस्तिनियों को जेल से छोड़ने के लिए तैयार हो गया है। इजरायल का कहना है कि ये सभी आतंकी थी। इसके बदले में हमास भी इजरायल के बंधकों को रिहा करेगा।
इजरायल गाजा के जिन लोगों को छोड़ने को तैयार हुआ है, उनमें जकारिया जुबेइदी भी शामिल है। यह फतह के अल अक्सा ब्रिग्रेड का पूर्व कमांडर रह चुका है। जुबेइदी उन कैदियों में शामिल है जो साल 2021 में हुए गिलबोआ जेल ब्रेक में शामिल था। इस घटना में 6 कैदी फरार हो गए थे। इसके अलावा महमूद अताल्लाह को भी छोड़ा जाएगा जो 15 साल से जेल में था। कतर के पीएम ने यह भी कहा कि युद्ध के बाद गाजा का प्रबंधन फलस्तीनी लोगों का मामला है। यह सीजफायर 3 चरणों में लागू होगा। हमास गाजा में बंधक बनाए गए सभी इजरायली लोगों को रिहा करेगा।
इजरायली पीएम ने हमास संग डील पर क्या कहा?
इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि फिलिस्तीनी ग्रुप हमास गाजा संघर्ष विराम समझौते के तहत रविवार को बंधकों को रिहा करेगा। इजरायली मीडिया के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि समझौते पर हस्ताक्षर करने और सरकार की तरफ से इसे मंजूरी मिलने में देरी के बावजूद, योजना के अनुसार रविवार को ही बंधकों की गाजा से रिहाई होगी। पीएमओ के एक बयान के अनुसार, एक बार जब युद्धविराम समझौते को सुरक्षा कैबिनेट और पूर्ण कैबिनेट दोनों की ओर से मंजूरी मिल जाएगी तो यह प्रभावी हो जाएगा और 'बंधकों की रिहाई योजनाबद्ध तरीके से संभव सकेगी' जिसके तहत रविवार को तीन महिला बंधकों को रिहा किया जाएगा।
इजराल-हमास समझौता 15 महीने के युद्ध के बाद हुआ, जिसने गाजा पट्टी के अधिकांश हिस्से को खत्म कर दिया। 46,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की जान गई और लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा। तीन-चरणीय समझौते के छह सप्ताह के पहले चरण के तहत, हमास 33 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा, जिसमें सभी महिलाएं (सैनिक और नागरिक), बच्चे और 50 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष शामिल हैं। इजरायल पहले चरण के अंत तक इजरायली जेलों में बंद 735 फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा। रिहा किए गए फिलिस्तीनियों की कुल संख्या मुक्त किए गए बंधकों पर निर्भर करेगी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुरुषों, महिलाओं, बच्चों सहित 990 से 1,650 फिलिस्तीनी रिहा हो सकते हैं।
हमास के कब्जे में अभी कितने इजरायली ?
इजराइल का कहना है कि गाजा में अभी भी 98 बंधक हैं। माना जाता है कि उनमें से लगभग आधे जीवित हैं। इनमें इजराइली और गैर-इजरायली दोनों शामिल हैं। कुल बंधकों में से 94 को 7 अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमास के नेतृत्व वाले हमले में पकड़ा गया था और चार को 2014 से गाजा में रखा गया है। हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजरायल पर हमला किया था जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए और 251 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया था। इसके बाद इजरायल ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाले गाजा पट्टी पर सैन्य हमले शुरू कर दिए। हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हमलों में 46,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई।