अमरावती: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को एक्जिट पोल के बारे में कहा कि ये वास्तविक परिणाम नहीं हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘एक्जिट पोल वास्तविक परिणाम नहीं होते। हमें यह समझना चाहिए। 1999 से अधिकतर एक्जिट पोल गलत हुए।’’ नायडू ने गुंटुर में शुभचिंतकों को अनौपचारिक बैठक में संबोधित किया। यहां उन्होंने उपराष्ट्रपति का अभिनंदन किया। मौजूदा आम चुनाव का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि हर पार्टी (अपनी जीत के बारे में) आश्वस्त रहती है।
उन्होंने कहा, ‘‘(मतगणना के दिन) 23 तारीख तक हर कोई अपने आत्मविश्वास का प्रदर्शन करता है। इसका कोई आधार नहीं होता। इसलिए हमें 23 तक इंतजार करना चाहिए।’’ नायडू ने कहा, ‘‘देश और राज्य को एक कुशल नेता और स्थिर सरकार की जरूरत होती है, चाहे जो हो। बस इतना ही। ’’ उपराष्ट्रपति ने कहा कि समाज में बदलाव राजनीतिक दलों में बदलाव के साथ होना चाहिए।
गौरतलब है कि ज्यादातर एक्जिट पोल में एनडीए को बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने का आंकलन किया गया है। 1999 से 2014 तक एक्जिट पोल लगभग हर बार गलत साबित हुए हैं। 2004 एनडीए के पक्ष में एक्जिट पोल आए थे,पर चुनाव नतीजे उससे एकदम उलट थे। लिहाजा इस बार भी एक्जिट पोल पर पूरे तौर पर भरौसा नही किया जा रहा है। विपक्ष ने इन्हें जहां पूरी तरह नकार दिया है। वहीं सत्तारूढ़ एनडीए में खुशी की लहर दौड़ गई है।