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लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): ‘समाजवादी परिवार’ में अन्तर्कलह के रोज़ नये रंग सामने आ रहे हैं। सपा नेतृत्व ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का मन टटोलने और रुख भांपने के लिये एक के बाद एक महत्वपूर्ण बैठकें बुलाई हैं। सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने गुरुवार को पार्टी राज्य मुख्यालय पर सभी जिलाध्यक्षों की बैठक बुलायी, वहीं सपा की राज्य कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक शनिवार को होगी। इस बैठक में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भी शामिल होंगे। मुलायम सिंह लखनऊ पहुँच चुके हैं। कुनबे में छिड़ी वर्चस्व की जंग में फिलहाल अपने भाई शिवपाल के साथ खड़े दिख रहे मुलायम ने मौजूदा सूरतेहाल को लेकर पार्टी नेताओं तथा उनके क्षेत्र की जनता की नब्ज टटोलने के लिये आगामी 24 अक्तूबर को विधायकों और मंत्रियों की बैठक भी बुलाई है। सपा के एक वरिष्ठ नेता ने यहां बताया कि बैठक के बाद मुलायम आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकते हैं। दरअसल चाचा-भतीजे की जंग में अब पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव को यह तय करना है कि पार्टी के टिकट बटबारे में किसकी चलेगी। ज़ाहिरातौर पर अखिलेश यादव अपने पसंदीदा लोगों को चुनाव मैदान में उतारना चाहेंगे। शिवपाल सिंह यादव ने आज (शुक्रवार) एक बार फिर पार्टी के भीतर लंबे समय से चल रही रार पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि 'अखिलेश यादव ही अगली बार भी मुख्यमंत्री होंगे।

मैं तो यह बात स्टाम्प पर लिखकर देने के लिए तैयार हूं।' सपा मुख्यालय में आयोजित जिलाध्यक्षों के सम्मेलन में शिवपाल ने यह घोषणा की। उन्होंने 5 नवंबर को होने वाले रजत जयंती समारोह के लिए कार्यकर्ताओं को तैयारियों में जुट जाने की हिदायत भी दी। शिवपाल ने बैठक के दौरान कहा कि पता नहीं, लोग क्यों बेकार की बातें कर रहे हैं। अखिलेश ही प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री भी बनेंगे। उन्होंने कहा, 'मैं तो इस बात को स्टाम्प पर लिखकर देने के लिए तैयार हूं। पार्टी के पास बहुमत आने पर अखिलेश यादव ही प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे। कुछ लोग बेकार की बात कर रहे हैं और पार्टी का भविष्य भी तय कर रहे हैं'। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने जिलाध्यक्षों से कहा, 'यदि किसी को दिक्कत हो तो मैं ही अध्यक्ष पद छोड़ दूंगा। अब किसी भी नेता को मुख्यमंत्री या फिर नेताजी को किसी भी बात के लिए परेशान करने की जरूरत नहीं है'। उन्होंने बैठक में मौजूद सभी जिलाध्यक्षों को पार्टी के रजत जयंती कार्यक्रम को सफल बनाने के साथ ही मिशन 2017 में जोरदार तैयारी से जुटने का निर्देश दिया। इधर, परिवार में रार बढ़ने के बीच पार्टी के विधान परिषद सदस्य उदयवीर सिंह ने कल (गुरूवार) सपा मुखिया को पत्र लिखकर सनसनी फैला दी। सिंह ने कल सपा मुखिया को लिखे पत्र में पार्टी के प्रान्तीय अध्यक्ष शिवपाल यादव के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए आरोप लगाया था कि शिवपाल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से जलन रखते हैं। अपने चार पन्ने के पत्र में उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर यहां तक कह दिया था कि अखिलेश के खिलाफ साजिश में मुलायम की पत्नी, बेटा और बहू भी शामिल है और शिवपाल सपा मुखिया की पत्नी की राजनीतिक महत्वाकांक्षा का चेहरा हैं। सिंह ने सपा मुखिया की पसंदगी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि जहां गायत्री प्रजापति जैसे भ्रष्टाचार के आरोपी मंत्री मुलायम के पसंदीदा हैं, वहीं एस. आर. एस. यादव और नरेश उत्तम जैसे पार्टी के प्रति समर्पित लोगों को किनारे कर दिया गया।

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