नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव ने सूखे को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार सूखे के गंभीर मुद्दे पर भी राजनीति कर रही है। उन्होंने ने किसानों के कृषि ऋण माफ करने की भी मांग की। यादव लोकसभा में आज (मंगलवार) सूखे पर हुई चर्चा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सूखा पीड़ित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए दिल्ली जाग नही रही है। जबकि इस समस्या के स्थाई निराकरण की दिशा में काम किये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने सूखे की समीक्षा के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से सूखे और ओलावृष्टि के लिए आार्थिक मदद तत्काल पहुंचाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनरेगा के लिए तीन सौ मानव दिवस किये जाने की मांग की है। यादव ने कहा कि केंद्र सरकार सूखा पीड़ितों को राहत पहुंचाने के बजाय पानी की खाली टेªन भेज कर राजनीति कर रही है। जबकि प्रदेश की समाजवादी सरकार बुंदेलखंड के सूखा प्रभावित लोगों के लिए गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सूखा प्रभावित लोगों को खाद्यान्न के राहत पैकट उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। जिसमें आटा, चावल, आलू, घी, दूध का पैकट समेत सभी जरूरी सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड़ के लोगों को पानी उपलब्ध करवाने के लिए 11 सौ टैंकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से दस हजार टैंकर की मांग की गई है, ताकि क्षेत्र के लोगों को जरूरत के मुताबिक पानी उपलब्ध करवाया जा सके । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को उत्तर प्रदेश को तत्काल आर्थिक सहायता देनी चाहिए। प्रदेश सरकार कई बार इस बावत केंद्र सरकार को पत्र भेज चुकी है।