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लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस तथा कुछ अन्य दलों से गठबंधन की कवायद के प्रति अनभिज्ञता जाहिर करते हुए गुरुवार को कहा कि इस बारे में नेताजी ही कोई निर्णय करेंगे। अखिलेश ने अपनी, विकास से विजय की ओर रथयात्रा की शुरुआत के मौके पर संवाददाताओं से बातचीत में कांग्रेस तथा समाजवादी एवं चरण सिंह वादी दलों के साथ गठबंधन की सम्भावनाओं संबंधी सवाल पर कहा, सरकार बनाने के लिये राष्ट्रीय अध्यक्ष जी तय करेंगे कि उनको क्या करना है। वह बहुत सोच समझकर फैसला करेंगे। उन्होंने कहा, अभी गठबंधन की शुरुआत हुई है या नहीं यह भी हमें नहीं पता। क्या बात हो रही है, यह भी हमें नहीं पता। गठबंधन होगा, तब कौन ज्यादा पायेगा या खोएगा, इस बारे में राजनीतिक दलों को खुद ही फैसला करना होगा। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में हाशिये पर पहुंच चुकी कांग्रेस को सत्ता में वापस लाने के मिशन पर काम कर रहे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सपा मुखिया से पिछले दिनों हुई मुलाकात और सपा द्वारा आगामी पांच नवम्बर को होने वाले अपने रजत जयन्ती कार्यक्रम में जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रीय लोकदल, जनता दल सेक्युलर इत्यादि के नेताओं को न्यौता दिये जाने के बाद सूबे में महागठबंधन की सुगबुगाहट तेज हो गयी है।

रथयात्रा की शुरुआत के मौके पर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के साथ-साथ सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव के भी शरीक होने पर खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां और हाल में निष्कासित किये गये उनके चाचा रामगोपाल यादव भले ही आज रथयात्रा में शामिल नहीं हो सके लेकिन उन्हें इन दोनों का ही आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि अभी तो प्रदेश में कई जगह रथयात्रा जाएगी। भविष्य में आजम और रामगोपाल जरूर उनके साथ होंगे।

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