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अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए। तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर यहां बड़े पैमाने पर रैपिड एक्शन फोर्स और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुराने शहर के बाबरी मण्डी इलाके में रात में दो लोगों के बीच मामूली विवाद में दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। इनके बीच पथराव और गोलीबारी शुरू हो गई। हिंसा का यह सिलसिला करीब एक घंटे तक चला। दोनों पक्षों के लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने रबर की गोलियां चलाईं और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। जिलाधिकारी राजमणि यादव ने बताया कि विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ लोग सड़क पर पटाखे जला रहे थे और कुछ राहगीरों ने इस पर आपत्ति जताई। देखते ही देखते दोनों पक्षों की तरफ से मजमा जमा हो गया और ईंट-पत्थर तथा गोलियां चलने लगीं। हिंसा में कम से कम चार लोग घायल हो गए जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल हालात नियंत्रण में है और प्रभावित इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस तथा अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं। यादव ने बताया कि इस मामले में अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। कोई गिरफ्तारी भी नहीं की गई है। इससे पहले, गत रविवार को कौड़ियागंज कस्बे में दो समुदायों के बीच तनाव पसर गया था। बुंदू खां (60) और उनका बेटा मुहब्बत (18) बाजार से लौट रहे थे कि उनकी मोटरसाइकिल सड़क किनारे खड़े एक ठेले से टकरा गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, इसे लेकर हुई कहासुनी के बाद दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। इस दौरान छिड़ी हिंसा में खां और उनके बेटे की मौत हो गई जबकि चार अन्य जख्मी हो गए। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यहां भी पुलिस तथा अर्धसैनिक बल को तैनात किया गया है।

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