नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा अपने चाचा शिवपाल यादव समेत चार अन्य मंत्रियों को अपने मंत्रिपरिषद से बर्खास्त किये जाने के बाद समाजवादी पार्टी में संकट गहराने को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए भाजपा ने आज इसे अपनी विफलताओं को छिपाने और पर्दा डालने का ‘ड्रामा’ करार दिया और दावा किया कि यह लूट के बंटवारे को लेकर मचा घमासान है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने समाजवादी पार्टी और उसके नेतृत्व वाली सरकार को एक डूबता जहाज करार दिया जो जनता का विश्वास खो चुकी है। शर्मा ने कहा कि लोग विकास और सुशासन चाहते हैं और मोदीजी और अमित शाह के नेतृत्व में राज्य में भाजपा की भ्रष्टाचार मुक्त विकासोन्मुख सरकार को जनादेश देने को कृतसंकल्प हैं। समाजवादी पार्टी के संकट का जिक्र करते हुए शर्मा ने दावा किया कि यह लूट के बंटवारे को लेकर मचा घमासान है। अंतिम समय में बर्खास्तगी का ड्रामा विफलताओं को छिपाने और पर्दा डालने की कवायद है। इस सब से अखिलेश यादव और उनकी सरकार का जनता के समक्ष पर्दाफाश हो गया है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कानून व्यवस्था की स्थिति बिखड़ चुकी है। लोग भूमाफियाओं और खनन माफिया से भयाक्रांत हैं, लोग खौफ में है। भाजपा नेता ने कहा कि अखिलेश यादव के शासनकाल में साढ़े 4 वर्षों तक लूट जारी रही और जनता इससे त्रस्त रही। श्रीकांत शर्मा ने कहा कि उत्तरप्रदेश में गांव में बिजली, पानी, सड़कों जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव में लोग त्रस्त हैं। मरीज दवाओं के लिए और नौजवान रोजगार के लिए त्रस्त हैं। दूसरी ओर अखिलेश यादव सरकार के तहत सूबे में लूटेरों को खुली छूट मिली है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अपने आप को ईमानदार दिखाने के लिए बख्रास्तगी का नाटक कर रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि बहन मायावती के नेतृत्व वाली सरकार की अराजकता, उस समय अपराध, भ्रष्टाचार और घोटालों से त्रस्त होकर साल 2012 में जनता ने मुलायम सिंह यादव की सपा को चुना था लेकिन इसके बाद अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी ‘बुआ’ के अपराध, भ्रष्टाचार और अराजकता की विरासत को ही आगे बढ़ाने का काम किया। शर्मा ने कहा कि आज अखिलेश यादव सरकार केवल कागजों पर ही सिमट गई है और लोग इस सरकार को पहले ही खारिज कर चुके हैं। ऐसे में इस तरह के बर्खास्तगी ड्रामे से कोई फायदा नहीं होने वाला है। लोग भाजपा के पक्ष में मन बना चुके हैं।