ताज़ा खबरें
आप को मिल रही 55 सीटें-महिलाएं जोर लगाए तो 60 ज्यादा: केजरीवाल
मेक इन इंडिया अच्छा आइडिया,पर सफल बनाने में फेल रहे पीएम: राहुल

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव के परिवार में चल रही कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मंत्री शिवपाल सिंह यादव के बीच चल रहा घमासान खुलकर सामने आ गया है। अब सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कार्यकर्ताओं को चिट्ठी लिखकर समर्थकों और विरोधियों के बीच सीधी लकीर खींच दी है। इस चिट्ठी में रामगोपाल यादव ने लिखा है कि सुलह की कोशिश अखिलेश की यात्रा रोकने की साजिश है, कार्यकर्ता अखिलेश के साथ जुटें। अखिलेश विरोधी विधानसभा नहीं पहुंच पाएंगे। रामगोपाल ने साथ ही ये भी लिखा है कि अखिलेश की यात्रा विरोधियों के गले की फांस बन गई है। मध्यस्थता करने वाले दिग्भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं. जहां अखिलेश हैं, जीत वहीं है। रामगोपाल यादव ने लिखा है कि हम चाहते हैं कि राज्य में समाजवादियों की सरकार बने जबकि वो यानि (शिवपाल और उनके समर्थक) चाहते हैं कि हर हाल में अखिलेश चुनाव हारें। हमारी सोच पॉजिटिव है, जबकि उनकी सोच नेगेटिव है। रामगोपाल ने लिखा है कि अखिलेश के साथ वो लोग हैं, जिन्होंने पार्टी के लिए खून पसीना बहाया है, अपमान सहा है, जबकि उधर के लोग वो हैं, जिन्होने हजारों रुपया कमाया है, व्यभिचार किया है और सत्ता का दुरूपयोग किया है। रामगोपाल ने लिखा है कि कुछ लोग गलतबयानबाजी कर रहे हैं। हमारी सोच सकारात्मक है, जबकि विरोधियों की सोच नकारात्मक है।

वो अखिलेश को हराने की साजिश रच रहे हैं। सुलह की कोशिश के जरिए अखिलेश की यात्रा रोकने की साजिश की जा रही है। रामगोपाल ने लिखा कि अखिलेश का विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह नहीं देख पाएंगे। न डरें, न विचलित हों। जहां अखिलेश-वहां विजय। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अखिलेश के समर्थन में जुटने की अपील की है ताकि अखिलेश की फिर सरकार बने। उधर, अखिलेश यादव ने आज (रविवार) को विधायकों और समर्थकों की बैठक भी बुलाई है। इस बैठक में शिवपाल समर्थक विधायकों-नेताओं को नहीं बुलाया गया है। बैठक में उदयवीर सिंह, सुनील साजन, आनंद भदौरिया, संजय लाठर भी शामिल होंगे। पार्टी से निकाले गए सभी नेता बैठक में शामिल होंगे। उदयवीर को कल ही पार्टी से बर्खास्त किया गया था। उन्होंने ही मुलायम सिंह को चिट्ठी लिखी थी जिसमें अखिलेश की सौतेली मां साधना गुप्ता का जिक्र था। खास बात ये भी है कि अखिलेश ने करीब 24 विधायकों को बैठक में नहीं बुलाया है। इनमें कई वरिष्ठ विधायकों के नाम शामिल हैं। चाचा शिवपाल, मुलायम के करीबी गायत्री प्रजापति, ओम प्रकाश सिंह, नारद राय, अम्बिका चौधरी के नाम इस फेहरिस्त में शामिल हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख