नई दिल्ली: सेना ने मणिपुर में विद्रोही समूह एनएससीएन (आईएम) के एक अज्ञात ठिकाने को तब ध्वस्त कर दिया जब उसके सदस्य एक गांव के लोगों से वसूली कर रहे थे। उत्तर-पूर्व के सबसे बड़े उग्रवादी समूह एनएससीएन (आईएम) का केंद्र के साथ युद्ध विराम है और उसे अपने सभी शिविरों के स्थानों की सूचना सेना को देनी होती है। मणिपुर में भारतीय जवानों ने उग्रवादी संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड एनएससीएन (आईएम) के एक कैंप को पकड़ा है। आर्मी ने कैंप से एक कमांडर को भी हिरासत में लिया है।
भारतीय सेना के मुताबिक उग्रवादी अभी भी जंगलों में छुपे हैं। अभी भी गांव में सर्च ऑपरेशन जारी है। सेना को कैंप से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद हुए हैं। जानकारी के मुताबिक भारतीय सुरक्षाबलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि केकरू नागा गांव में नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड का कैंप चल रहा है। बताया गया था कि यहां पर उग्रवादी अवैध वसूली कर रहे हैं। जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने इलाके में उग्रवादियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू किया।
सेना के सर्च ऑपरेशन की जानकारी मिलते ही उग्रवादी वहां से भाग निकले। हालांकि सेना ने एक उग्रवादी को मौके से गिरफ्तार कर लिया। कैंप से भारी मात्रा में हथियार, बारूद और यूनिफॉर्म बरामद किए गए हैं।
आर्मी ने जिस उग्रवादी को गिरफ्तार किया है वह एनएससीएन (आईएम) का ऐक्टिव मेंबर है। पकड़े जाने से पहले ही उसने अपनी यूनिफॉर्म ठिकाने लगा दी थी और आम लोगों के बीच छुपने की कोशिश कर रहा था। भारतीय सेना मणिपुर पुलिस, खुफिया एजेंसी, स्थानीय प्रशासन और लोगों के साथ मिलकर उग्रवादियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। खबर है कि उग्रवादी अभी भी आम लोगों के बीच छुपकर रह रहे हैं।