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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन केंद्र डल झील में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई, जिसमें करोड़ों रुपये की संपत्ति जलकर खाक हो गई। हाउसबोट में आग लगने से बांग्लादेश के तीन पर्यटकों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि आज सुबह भीषण आग में झील पर कई हाउसबोट जलकर राख हो जाने के कुछ घंटों बाद शव मिले।

बताया जा रहा है कि हाउसबोट में लगी आग में मारे गए तीनों पर्यटक बांग्लादेशी नागरिक हैं, जो सफीना हाउसबोट में ठहरे थे. यह हाउसबोट आग लगने से पूरी तरह नष्ट हो गई। पुलिस ने कहा कि डल झील के घाट नंबर 9 के पास एक हाउसबोट में आग लगी, जो तेजी से फैल गई और अन्य हाउसबोटों को अपनी चपेट में ले लिया। हाउसबोट लकड़ी की बनी होती हैं. इसलिए जब तब मदद पहुंची, तब तक आग काफी फैल चुकी थी. जिला प्रशासन ने इस घटना पर दुख प्रकट किया है और घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कम से कम पांच हाउसबोट नष्ट हो गई हैं, कुछ अन्य को नुकसान हुआ है।

श्रीनगर: कश्मीर घाटी में दहशतगर्दों ने एक बार फिर आतंकी हमले को अंजाम दिया है। ये लगातार तीसरा दिन है जब हमला हुआ है। आज बारामूला में जम्मू-कश्मीर पुलिस के हेड कांस्टेबल गुलाम मोहम्मद डार को उनके घर के पास गोली मारी गई। वारदात को अंजाम देकर आतंकी मौके से फरार हो गए। वहीं घायल पुलिसकर्मी को लोगों ने अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया है। हालांकि कि डॉक्टर उनकी जान बचाने में कामयाब नहीं रहे।

इससे पहले आतंकी बीते 48 घंटे में भी दो वारदातों को अंजाम देकर घाटी में दहशत फैला चुके हैं। पहले पुलवामा में 29 अक्तूबर को यूपी के मजदूर को गोली मारी गई फिर श्रीनगर में 30 अक्तूबर को क्रिकेट खेल रहे पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी को गोली मारकर घायल कर दिया।

आतंकियों की बढ़ती सक्रियता के मद्देनजर कश्मीर के सभी जिलों में अलर्ट कर दिया गया है। विशेष नाके लगाकर वाहनों तथा पैदल आने जाने वालों की तलाशी ली जा रही है। पुलिस के अनुसार हमले में लश्कर-ए-ताइबा के दो आतंकी शामिल रहे हैं। इनमें से एक पुलवामा का रईस डार है।

लेह: 2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए पहले चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन ने कारगिल में लद्दाख पहाड़ी स्वायत्त विकास परिषद (एलएएचडीसी) के चुनावों में बीजेपी को शिकस्त दे दी है।

26 सीटों वाली लद्दाख परिषद के चुनावों में वोटों की गिनती जारी है। हालांकि, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बीजेपी को काफी पीछे छोड़ दिया। अभी तक जिन 22 सीटों के नतीजे घोषित किए गए, उनमें से कांग्रेस ने आठ सीटों पर, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 11 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, बीजेपी ने महज 2 सीटें हासिल की हैं। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने भी जीत दर्ज की है। इसके बाद वोटिंग अधिकार रखने वाले चार सदस्यों को उपराज्यपाल बाद में नामित करेंगे।

कांग्रेस को मिल रही जीत से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में खुशी की लहर है। पार्टी नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा का व्यापक असर चुनावों में देखने को मिल रहा है। लद्दाख की जनता ने खुलकर कांग्रेस को समर्थन दिया है। उधर, नेशनल कांफ्रेंस के समर्थकों के बीच भी खुशी देखी जा रही है।

नई दिल्ली: अलगाववादी नेता शब्बीर शाह की जम्मू एंड कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी (जेकेडीएफपी) पर केंद्र सरकार ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को बड़ी कार्रवाई की। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जेकेडीएफपी को पांच साल के लिए गैरकानूनी संगठन घोषित कर दिया है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सरकार ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) 1967 की धारा 3(1) के तहत जेकेडीएफपी को गैरकानूनी संगठन करार दिया है। यह एक्शन जेकेडीएफपी के देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से लिया गया है।

जेकेडीएफपी का गठन 1998 में शब्बीर अहमद शाह ने किया था, जो एक प्रमुख अलगाववादी थे जो अपने भारत विरोधी और पाकिस्तान समर्थक प्रचार के लिए जाने जाते थे। शब्बीर शाह फिलहाल जेल में बंद हैं।

सरकार ने कहा कि 1998 से इसके सदस्यों ने हमेशा देश में अलगाववाद और आतंकवादी कृत्यों को बढ़ावा दिया है। इस संगठन के सदस्य लोगों को भड़का कर कश्मीर को एक अलग इस्लामिक राज्य बनाना चाहते हैं, जो भारत की संप्रभुता, सुरक्षा और अखंडता के लिए हानिकारक है।

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