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लद्दाख: देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज जयंती है। इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पिता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री को लद्दाख में 14270 फीट की ऊंचाई पर पैंगात्सो झील के किनारे श्रद्धांजलि दी। जम्मू और कश्मीर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकास रसूल वाली ने मीडिया को बताया कि राजीव गांधी ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। हम उन्हें याद करने के लिए यहां एकत्र हुए हैं।

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने पिता को याद करते हुए लिखा, पापा, आपकी आंखों में भारत के लिए जो सपने थे, इन अनमोल यादों से छलकते हैं। आपके निशान मेरा रास्ता हैं - हर हिंदुस्तानी के संघर्षों और सपनों को समझ रहा हूं, भारत मां की आवाज़ सुन रहा हूं।

श्रद्धांजलि के बाद राहुल गांधी ने चीनी घुसपैठ को लेकर कहा कि यहां पर तो सब लोग कह रहे हैं कि चीन की सेना घुसी है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि यहां कोई नहीं आया है जो कि सच नहीं है। आप यहां किसी से भी पूछ लीजिए, वो यही कहेगा। भारत जोड़ो यात्रा के समय हम यहां आना चाहते थे, लेकिन कुछ कारणों से हम यहां नहीं आ पाए।

लेह: लद्दाख के लेह जिले में शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया। सेना का एक वाहन सड़क से फिसलकर गहरी खाई में जा गिरा। एक अधिकारी ने बताया कि घटना में नौ सैनिक शहीद हो गए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि यह दुर्घटना शनिवार शाम दक्षिणी लद्दाख के न्योमा के केरी में हुई है। फिलहाल मौके पर बचाव दल पहुंच गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा है। हादसे में मरने वाले सैनिकों में आठ जवान और एक जेसीओ ((जूनियर कमीशंड ऑफिसर)) शामिल हैं।

सैनिक कारू गैरीसन से लेह के पास क्यारी की ओर बढ़ रहे थे। दुर्घटना में कई सैनिकों को चोटें भी आई हैं। मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार को सेना के जवानों को लेकर सैन्य वाहनों का एक काफिला लेह से नायोमा की तरफ जा रहा था। काफिले में दो ट्रक, एक एंबुलेंस और एक मारुति जिप्सी थी। इनमें तीन अधिकारी, दो जेसीओ और 34 जवान सवार थे। यह दस्ता सेना का एक टोही दस्ता था जो अग्रिम इलाके की तरफ जा रहा था।

रास्ते में कियारी से करीब छह किलोमीटर पर काफिले का एक ट्रक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा।

श्रीनगर: भारत ने पाकिस्तानी और चीनी दोनों मोर्चों से खतरों से निपटने के लिए श्रीनगर एयरपोर्ट पर उन्नत मिग-29 लड़ाकू विमानों का एक स्क्वाड्रन तैनात किया है। ट्राइडेंट्स स्क्वाड्रन जिसे ‘उत्तर के रक्षक’ के रूप में भी जाना जाता है, ने श्रीनगर हवाई अड्डे पर मिग -21 स्क्वाड्रन की जगह ले ली है जो पारंपरिक रूप से पाकिस्तान से खतरे की देखभाल के लिए जिम्मेदार थे।

भारतीय वायु सेना के पायलट स्क्वाड्रन लीडर विपुल शर्मा ने बताया, श्रीनगर कश्मीर घाटी के मध्य में स्थित है और इसकी ऊंचाई मैदानी इलाकों से अधिक है। ऐसे में अधिक वजन-से-जोर अनुपात और सीमा के निकट होने के कारण कम प्रतिक्रिया समय वाला विमान यहां रखना रणनीतिक रूप से बेहतर है। ये बेहतर एवियोनिक्स और लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस है। मिग-29 इन सभी मानदंडों पर खरा उतरता है जिसके कारण हम दोनों मोर्चों पर दुश्मनों से लोहा लेने में सक्षम हैं।

मिग-21 की तुलना में मिग 29 के कई फायदे हैं जो कई साल तक कश्मीर घाटी में अपनी जिम्मेदारी के क्षेत्र की सफलतापूर्वक रक्षा करने में सक्षम थे।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकियों ने आम लोगों को निशाना बनाया है। अधिकारियों के मुताबिक, शोपियां जिले के गंगरान में गुरुवार (13 जुलाई) की रात को आतंकियों ने तीन गैर-कश्मीरी मजदूरों को गोली मार दी। इस घटना के फौरन बाद घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।

वहीं पुलिस और सेना के जवानों ने शोपियां के गगरान की घेराबंदी कर दी। सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं। कश्मीर जोन की पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि गोली लगने से घायल होने वाले मजदूरों की पहचान बिहार के सुपौल जिले के अनमोल कुमार, हिरालाल यादव और पिंटू कुमार ठाकुर के रूप में हुई है।

जम्मू कश्मीर में आतंकी लगातार हमले करने की कोशिश कर रहे हैं। राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक आतंकी को सेना ने मार गिराया था।

रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि जवानों ने सोमवार रात (10 जुलाई) नौशेरा सेक्टर में एलओसी के पास आतंकवादियों के समूह की संदिग्ध गतिविधि का पता लगाया।

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