ताज़ा खबरें
पीएम मोदी के हाथ से धीरे-धीरे फिसल रहा लोकसभा चुनाव:राहुल गांधी
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने किया समझौता,25 क्रू मेंबर्स की बर्खास्तगी रद्द
आंध्र में सीएम जगन मोहन और चंद्रबाबू नायडू के बीच कड़ा मुकाबला
संविधान के दो अनुच्छेद खत्म करके आरक्षण छीनेगी भाजपा: आरजेडी
समाज के लिए अपनी आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ता रहूंगा: आकाश

नई दिल्ली: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और सांसद फारूक अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कल पूछताछ के लिए बुलाया है। केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से तलब किए जाने वाले विपक्ष के नेताओं में अब फारुक अब्दुल्ला भी शामिल हो गए हैं।

जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने फारूक अब्दुल्ला को गुरुवार को पूछताछ के लिए बुलाया है। श्रीनगर लोकसभा सीट से सांसद 86 वर्षीय नेता फारूक अब्दुल्ला पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2022 में मामले में आरोप पत्र दायर किया था।

यह मामला जेकेसीए के बैंक खातों से अस्पष्टीकृत नकद निकासी का है। कथित रूप से जेकेसीए पदाधिकारियों सहित असंबद्ध पक्षों के विभिन्न व्यक्तिगत बैंक खातों में स्थानांतरण के जरिए राशि निकाली गई थी। ईडी ने कहा था कि यह जम्मू और कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के धन को निकालने से संबंधित मामला है।

श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि ऐसे समय में जब जम्मू कश्मीर जबरदस्त बिजली संकट का सामना कर रहा है, रतले पनबिजली परियोजना से राजस्थान को बिजली की आपूर्ति करना केंद्र शासित प्रदेश के लोगों के साथ ‘लूट' करने जैसा होगा।

रतले पनबिजली निगम लिमिटेड (आरएचपीसीएल) राष्ट्रीय जल विद्युत निगम (एनएचपीसी) और जम्मू कश्मीर राज्य विद्युत विकास निगम (जेकेएसपीडीसी) का एक संयुक्त उद्यम है। आरएचपीसीएल ने किश्तवाड़ स्थित जल विद्युत परियोजना से 850 मेगावाट बिजली देने के लिए राजस्थान ऊर्जा विकास और आईटी सर्विसेज लिमिटेड के साथ एक बिजली खरीद समझौता (पीपीए) किया है।

मुफ्ती ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ऐसे समय में जब जम्मू-कश्मीर जबरदस्त बिजली संकट का सामना कर रहा है, हमारे जलविद्युत संसाधनों को अन्य राज्यों को दिया जा रहा है। एक और निर्णय जो जम्मू कश्मीर के निवासियों को सामूहिक रूप से दंडित करने के इरादे से लोगों की बुनियादी सुविधाओं को छीन लेगा।''

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को उन तीन लोगों के परिवारों को न्याय का आश्वासन दिया, जो पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिला में दो सैन्य वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले के बाद कथित तौर पर सेना द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद मृत पाए गए थे। सिंह, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ बुधवार दोपहर राजौरी जिले में पहुंचे और तीनों मृतकों के परिवारों से मुलाकात की। वह ‘यातना' के शिकार चार अन्य लोगों की सेहत की जानकारी लेने राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय (जीएमसी) भी गए।

रक्षा मंत्री ने अस्पताल का भी किया दौरा

रक्षा मंत्री, उपराज्यपाल जब मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात कर रहे थे, तब कई जिला विकास परिषद (डीडीसी) सदस्य, पूर्व विधायक और नागरिक समाज के सदस्य भी मौजूद थे। रक्षा मंत्री डाक बंगले में मृतकों के परिवारों से मुलाकात करने के बाद जीएमसी अस्पताल पहुंचे। जीएमसी अस्पताल परिसर में उन्होंने संवादाताओं से कहा, ‘‘जो कुछ भी हुआ...न्याय होगा।''

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल और आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने वाले मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसर्रत आलम गुट) (एमएलजेके-एमए) को बुधवार को प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत एमएलजेके-एमए पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का संदेश बिल्कुल स्पष्ट है कि देश की एकता, संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

शाह बोले- इस्‍लामी राज के लिए उकसाते हैं

शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यह संगठन और इसके सदस्य जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र-विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल हैं, आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करते हैं और लोगों को जम्मू-कश्मीर में इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए उकसाते हैं।"

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख