ताज़ा खबरें
महाकुंभ भगदड़ मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जनहित याचिका हुई दायर
महाकुंभ भगदड़: बंगाल के परिवारों का शव बिना मृत्यु प्रमाण पत्र के सौंपे
हमास ने 8 बंधक छोड़े, इजरायल ने फलस्तीनी कैदियों को नहीं किया रिहा
राहुल ने नाव में बैठकर पूछा-केजरीवाल जी, यमुना में डुबकी कब लगाएंगे
संसद का बजटसत्र रहेगा हंगामेदार, महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा भी गूंजेगा

अमरावती: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने लोगों को यह संदेश देने के लिए कोरोना वायरस की जांच से डरने की जरूरत नहीं है, स्वेच्छा से अपना कोविड-19 जांच कराया। शुक्रवार को उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। मुख्यमंत्री के खून के नमूने की जांच त्वरित जांच किट से की गई, जिसका आयात दक्षिण कोरिया से किया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की विज्ञप्ति के मुताबिक, त्वरित जांच किट से 10 मिनट में नतीजे सामने आ जाते हैं।

विज्ञप्ति में कोविड-19 कमान नियंत्रण केंद्र के समन्वयक डॉ. के रामबाबू को उद्धृत करते हुए कहा गया कि मुख्यमंत्री यह संदेश देना चाहते थे कि किसी भी जांच से हिचकना नहीं चाहिए और किसी तरह की आशंका नहीं होनी चाहिए। इसलिए उन्होंने खुद अपनी जांच कराई। कोविड-19 कमान नियंत्रण केंद्र के समन्वयक डॉ.के रामबाबू को उद्धृत करते हुए कहा गया कि मुख्यमंत्री यह संदेश देना चाहते थे कि किसी भी जांच से हिचकना नहीं चाहिए और किसी तरह की आशंका नहीं होनी चाहिए। इसलिए उन्होंने खुद अपनी जांच कराई।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 38 नये मामले आने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 523 हो गई है।

कोरिया से मंगाए गए एक लाख रैपिड टेस्ट किट

आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस की जांच को तेज करने के उद्देश्य से शुक्रवार को दक्षिण कोरिया से एक लाख त्वरित जांच किट (आरटीके) आयात किए। राज्य सरकार ने आरटीके का आयात सोल से विजयवाड़ा के लिए एक विशेष विमान के जरिए किया। कोरोना वायरस पर शुक्रवार को यहां एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी को दक्षिण कोरिया के एसडी बायोसेंसर द्वारा निर्मित ये किट प्रदान किए गए। इन आरटीके के इस्तेमाल से केवल 10 मिनट में ही परिणाम मिल सकता है कि जिस व्यक्ति की जांच की गई है वह कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं। राज्य सरकार ने ऐसे 10 लाख किट के लिए आर्डर दिया था और शुक्रवार को एक लाख किट की खेप दी गई।

विशेष मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) के एस जवाहर रेड्डी ने कहा कि इन एक लाख आरटीके के आने से अब जांच को तीव्र किया जा सकेगा और अगले सप्ताह तक प्रतिदिन कोरोना वायरस के 17 हजार मामलों की जांच हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमने राज्य में 15 फरवरी को प्रतिदिन 90 जांच और केवल एक प्रयोगशाला के साथ शुरूआत की थी। अब सात वीआरडीएल सुविधाएं हैं और प्रतिदिन तीन हजार नमूनों की जांच की जा सकती है। जवाहर रेड्डी ने कहा, 'अगले सात दिन में, हम कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण वाले 32,700 लोगों की जांच पूरी कर लेंगे।'

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख