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अमरावती: आंध्र प्रदेश विधानसभा ने राज्य विधान परिषद समाप्त करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया है। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कल विधानसभा में यह प्रस्ताव पेश किया। विधानसभ अध्यक्ष तम्मिनेनि सीताराम ने घोषणा की कि प्रस्ताव 133 सदस्यों के समर्थन से स्वीकार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि विधानसभा ने व्यापक विचार विमर्श के बाद परिषद भंग करने का प्रस्ताव पारित किया है। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी अब यह प्रस्ताव आवश्यक कार्यवाही के लिए केंद्र को भेजा जाएगा। विपक्षी तेलुगुदेशम पार्टी के बहुमत वाले ऊपरी सदन में वाईएसआर कांग्रेस सरकार के तीन राजधानियों से संबंधित अपने दो महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराने में विफल होने के बाद यह कदम उठाया गया है।

माना जा रहा है कि सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस दूसरी योजना पर भी काम कर रही है जिसमें विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के विधान पार्षदों को अपने पाले पर करना भी शामिल है। पार्टी पहले ही तेदेपा के दो विधान पार्षदों को तोड़ चुकी है।

अगर यथास्थिति बनी रही तो वाईएसआर कांग्रेस विधान परिषद में 2021 में ही बहुमत हासिल कर सकती है जब विपक्ष के कई सदस्य छह वर्षीय कार्यकाल के बाद सेवानिवृत्त होंगे।

वाईएसआर कांग्रेस के 58 सदस्यीय विधान परिषद में मात्र नौ सदस्य है और इसकी वजह से सरकार को राज्य की तीन राजधानी बनाने की योजना को मंजूरी दिलाने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।

 

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