अमरावती: लोकसभा में उप सभापति पद के लिए एनडीए की सहयोगी शिवसेना के दावे के बीच भाजपा ने आंध्र प्रदेश में शानदार प्रदर्शन करने वाले जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस (वाईएसआरसीपी) को ऑफर दिया है। भाजपा सांसद और प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी से विजयवाड़ा में मुलाकात की और यह प्रस्ताव रखा। आंध्र प्रदेश की 25 में से 22 लोकसभा सीटों पर वाईएसआरसीपी को जीत मिली है।
भाजपा के ऑफर पर फिलहाल जगन की पार्टी ने कोई जवाब नहीं दिया है। सूत्रों के अनुसार, जगन मोहन ने सियासी समीकरणों का हवाला देते हुए समय मांगा है। आंध्र प्रदेश में मुस्लिम और ईसाई समुदाय के वोटर वाईएसआरसीपी की जीत का आधार रहे हैं। ऐसे में भाजपा के इस ऑफर को स्वीकार करने से पहले जगन मोहन, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से परामर्श लेना चाहते हैं। इसके बाद ही वह भाजपा का प्रस्ताव स्वीकारने या ठुकराने पर फैसला करेंगे।
स्थानीय खबरों के अनुसार, जगन और राव के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई। हालांकि इसे औपचारिक मुलाकात बताया गया। सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर ही राव यह प्रस्ताव लेकर जगन मोहन के पास आए थे।
जगन मोहन मान गए, तो महिला सांसद होंगी उप सभापति
17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से शुरू होने वाला है और नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ लेने के बाद लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। इससे पहले 15 जून को जगन मोहन नीति आयोग की बैठक में शामिल होने दिल्ली पहुंचेंगे। चर्चा है कि वह पीएम मोदी से भी मुलाकात करेंगे। सूत्र बताते हैं कि यदि जगन मोहन भाजपा का प्रस्ताव स्वीकारते हैं तो आंध्र प्रदेश के अरकू से उनकी पार्टी की सांसद गोड्डेती माधवी या अमलापुरम से सांसद चिंता अनुराधा का नाम उप सभापति के लिए प्रस्तावित किया जा सकता है।
विपक्षी पार्टी के सांसद को डिप्टी स्पीकर का पद देने की परंपरा के तहत एनडीए ने साल 2014 में एआईएडीएमके को प्रस्ताव दिया था और एम थंबीदुरई केा डिप्टी स्पीकर बनाया गया था। तब एआईएडीएमके, एनडीए का हिस्सा नहीं थी। हालांकि बाद में वह भाजपा के साथ हो गई। तब एआईएडीएमके लोकसभा सीटों पर जीत के हिसाब से तीसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। लोकसभा चुनाव में 303 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा के बाद 22 सीटों पर जीत हासिल करने वाली वाईएसआरसीपी चौथी सबसे बड़ी पार्टी है। 52 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे नंबर पर और 23 सीटों के साथ कांग्रेस की सहयोगी डीएमके तीसरे नंबर है।
वाईएसआरसीपी के साथ 22 सीटों वाली तृणमूल कांग्रेस भी चौथे नंबर पर है। वहीं, सीटों पर जीत के हिसाब से 18 सांसदों वाली शिवसेना और 16 सांसदों वाली जदयू का नंबर जगन मोहन की पार्टी के बाद ही आता है। सूत्र बताते हैं कि यदि जगन मोहन प्रस्ताव ठुकराते है, तो भाजपा शिवसेना या जदयू को डिप्टी स्पीकर पद का प्रस्ताव दे सकती है।