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अमरावती: आंध्र प्रदेश में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के कई नेताओं के रिश्तेदारों और बेटा बेटी तक को वाईएसआर कांग्रेस की लहर में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश भी इस चुनावी दौर में शामिल थे। नायडू के बेटे नारा लोकेश जिन्हें तेदेपा की अगली पीढ़ी का नेता माना जाता है, वह मंगलगिरि से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे लेकिन वह वाईएसआर कांग्रेस के यहां के मौजूदा विधायक आला रामकृष्ण रेड्डी से 5,000 से ज्यादा मतों से हार गए। लोकेश ने यह चुनाव लड़ने के लिए आंध्र प्रदेश के विधान परिषद से इस्तीफा नहीं देने का निर्णय लिया था। इस तरह उनके पास चार और साल हैं।

लोकेश के रिश्तेदार माथुकुमिल्ली भारत विशाखापट्टनम का संसदीय क्षेत्र 4,414 वोटों से हार गए। वहीं लोकेश और भारत के ससुर और फिल्म अभिनेता नंदामुरी बालाकृष्णन हिंदुपुर विधानसभा क्षेत्र से अपनी सीट बरकरार रखने में सफल रहे। दिवंगत नेता किदारी सर्वेश्वर राव के बेटे किदारी श्रवण कुमार अरकु घाटी से चुनाव हार गए।

इसी तरह कई नेताओं के बेटा बेटी और उनके रिश्तेदार चुनाव हार गए। हालांकि कइयों को सफलता मिली।

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