ताज़ा खबरें
भाजपा ने पूनम महाजन का टिकट काटा, 26/11 के वकील को उतारा
‘सीबीआई वालों ने ही रखे होंगे’- हथियारों की बरामदगी पर ममता बनर्जी
काशी और अयोध्या के बाद अब मथुरा की ओर बढ़ चले हैं: सीएम योगी
'जहां सूई भी नहीं बनती थी, वहां होता है रॉकेट लॉन्च': कांग्रेस अध्यक्ष
मणिपुर में कथित कुकी उग्रवादियों के हमले में 2 जवान शहीद, कई घायल

वाशिंगटन: अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश सीमा मामले में भारत का साथ देते हुए चीन को कड़ी चेतावनी दी है। दरअसल, अमेरिका ने कहा कि हम अरुणाचल को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देते हैं और वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार के हिस्सा पर चीन के दावे को गलत ठहराते हैं।

बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चीन के किसी भी एकतरफा प्रयास का वो दृढ़ता से विरोध करते हैं। चीन ने हाल ही में अरुणाचल को अपना हिस्सा बताआ था और प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के बाद राज्य पर दावा किया था।

अमेरिका के विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है और हम सैन्य या नागरिक द्वारा घुसपैठ या अतिक्रमण का पूरा विरोध करते हैं।

इस सप्ताह की शुरुआत में, चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल झांग जियाओगांग ने कहा था कि अरुणाचल चीन का हिस्सा है और बीजिंग अरुणाचल प्रदेश को कभी स्वीकार नहीं करता। इसी बयान पर अब अमेरिका ने चीन को लताड़ लगाई है।

चीन, अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत के रूप में दावा करता है और इसी दावों के तहत नियमित रूप से भारतीय नेताओं के राज्य के दौरों पर आपत्ति जताता है। बीजिंग ने इस क्षेत्र का नाम जंगनान भी रखा है।

पीएम ने सुरंग का किया था उद्घाटन

बता दें कि 9 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनी सेला सुरंग को राष्ट्र को समर्पित किया था। ये सुरंग रणनीतिक रूप से स्थित तवांग को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और सीमांत क्षेत्र में सैनिकों की बेहतर आवाजाही सुनिश्चित करेगी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख