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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): राजस्थान के बांसवाड़ा में रविवार (21 अप्रैल 2024) को की गई पीएम की एक टिप्पणी ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। चुनावी रैली में "धन के पुनर्वितरण" वाली टिप्पणी के बाद असदुद्दीन ओवैसी और मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है।

पीएम मोदी के 'घुसपैठियों को संपत्ति' वाले बयान पर विपक्ष का पलटवार 

पीएम पर पलटवार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भारत के इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री ने अपने पद की गरिमा को मोदी जितना कम नहीं किया है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा, "आज, मोदी जी के हताश भाषण से पता चला कि आईएनडीआईए (इंडिया) पहला चरण जीत रहा है। मोदी जी ने जो कहा वह निश्चित रूप से एक नफरत भरा भाषण है, लेकिन यह ध्यान भटकाने की एक जानबूझकर की गई चाल भी है। आरएसएस से जो संस्कार मिले हैं, प्रधानमंत्री ने वही किया है। सत्ता के लिए झूठ बोलना, चीजों का गलत संदर्भ देना और विरोधियों पर झूठे आरोप लगाना संघ और भाजपा के प्रशिक्षण की खासियत है।"

2002 से आज तक मुसलमानों को गालियां देना ही इनकी गारंटी: ओवैसी

प्रधानमंत्री के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पर लिखा, “मोदी ने आज मुसलमानों को घुसपैठिया और कई बच्चों वाले लोग कहा। 2002 से आज तक, मोदी की एकमात्र गारंटी मुसलमानों को गाली देना और वोट प्राप्त करना रही है। अगर कोई देश की संपत्ति के बारे में बात कर रहा है, तो उसे पता होना चाहिए कि मोदी के शासन में भारत की संपत्ति पर पहला अधिकार उनके अमीर दोस्तों का हो गया है। 1% भारतीयों के पास देश की 40% संपत्ति है। आम हिंदुओं को मुसलमानों से डराया जाता है, जबकि उनकी संपत्ति का इस्तेमाल दूसरों को अमीर बनाने के लिए किया जा रहा है।

टीएमसी सांसद ने एफआईआर कराने का किया आग्रह

पीएम मोदी के भाषण पर राहुल गांधी ने कहा, “कांग्रेस के क्रांतिकारी घोषणापत्र के लिए अपार समर्थन के रुझान सामने आने लगे हैं। देश अब अपने मुद्दों पर वोट करेगा, अपने रोजगार, अपने परिवार और अपने भविष्य के लिए वोट करेगा। भारत का ध्यान नहीं भटकाया जाएगा।" वहीं तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने लोगों से अपनी शक्ति का उपयोग करने और भाषण के लिए प्रधानमंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग विपक्ष की अनदेखी करता है और मोदी और भाजपा को खुली छूट देता रहा है। चुनाव के दौरान चुनाव आयोग राजनीतिक दलों के प्रति जवाबदेह नहीं है। लेकिन- वे भारत के लोगों के प्रति जवाबदेह हैं।

जयराम रमेश और पवन खेड़ा भी विरोध में उतरे

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि युवाओं, महिलाओं, किसानों, दलितों और पिछड़ों से संबंधित मुद्दों पर एक भी सवाल का जवाब देने के बजाय, प्रधानमंत्री ने राजस्थान में अपनी रैलियों में बेशर्मी से झूठ बोल रहे हैं। कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने भी पीएम पर "झूठ" बोलने का आरोप लगाया।

 

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