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नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट में आपराधिक मानहानि की शिकायत मामले में अपना बयान दर्ज कराया। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी के 5 अन्य नेताओं पर उनके तथा परिवार के खिलाफ झूठे और अपमानजनक बयान देने का आरोप लगाया। कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट आए वित्त मंत्री ने कहा कि ये बयान इसलिए दिए गए ताकि केजरीवाल के साथ काम करने वाले एक व्यक्ति विशेष के खिलाफ सीबीआई जांच से ध्यान भटकाया जा सके। उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष पद पर रहते हुए किसी से कोई धन नहीं मिला। उन्होंने कहा कि केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेताओं कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक बाजपेयी ने झूठ बोला कि डीडीसीए अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने धन का गबन किया और वह इसके लाभार्थी थे। करीब 70 मिनट तक बयान दर्ज होने के दौरान जेटली ने इन छह लोगों के ट्विटर और फेसबुक पोस्ट का भी जिक्र किया और कहा कि उनके बयानों ने उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा प्रेस कांफ्रेंसों में लगाए गए कुछ आरोपों का भी हवाला दिया। इसमें एक आरोप यह था कि सीबीआई ने दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के कार्यालय पर जेटली के घोटालों की फाइलें खोजने के लिए छापा मारा। जेटली ने 21 दिसंबर को केजरीवाल समेत छह नेताओं के खिलापु आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया था। कानून में इस अपराध के लिए दो साल तक की सजा का प्रावधान है।

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