मुंबई: जन अधिकार पार्टी के नेता एवं बिहार से लोकसभा सांसद पप्पू यादव ने कहा कि देश में कोई 'असहिष्णुता' नहीं है और राजनीतिज्ञ वोट जुटाने के लिए इस मुद्दे को उठाते हैं। यादव ने यहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद कहा, 'मुझे कोई असहिष्णुता नहीं दिखती। राजनीतिज्ञ माहौल को खराब कर रहे हैं। ऐसे राजनीतिज्ञों को उखाड़ फेंकने के लिए देश में जन आंदोलन के एक और दौर की जरूरत है जो अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए इस मुद्दे (असहिष्णुता) को उठा रहे हैं। मधेपुरा से सांसद यादव ने कहा, 'राजनीतिज्ञ आज पूंजीवादियों के हाथों में कठपुतली बन गए हैं और उनके आपराधिक विचार वाले तत्वों से नजदीकी संबंध हैं।
ऐसे राजनीतिज्ञ दीमक की तरह हैं जो देश को भीतर से खोखला कर रहे हैं।' हालांकि यादव ने यह पूछे जाने पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि क्या आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को संसद में प्रवेश करने से रोक दिया जाना चाहिए। यादव स्वयं कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। राजद के पूर्व सांसद को पिछले वर्ष पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उन्होंने बिहार की महागठबंधन सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि नीतीश-लालू राज्य को 'जंगलराज' की ओर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'नीतीश ने (राजद प्रमुख) लालू यादव के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है और प्रधानमंत्री बनने का सपना देखते हैं। राज्य में अब आपराधिक प्रवृत्ति के लोग सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।' यादव के जीवन पर भारतीय मूल के एक अमेरिकी निर्देशक फिल्म बनाना चाहते हैं। यादव ने कहा कि सवर्ण जाति के गरीबों को भी सरकारी नौकरियों एवं शैक्षिक संस्थाओं में आरक्षण मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि आरक्षण पर विचार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आदिवासी एवं दलितों को उसका लाभ मिलते रहना चाहिए। साथ ही सवर्ण जाति के गरीबों को भी इसका लाभ मिलना चाहिए।