ताज़ा खबरें
केजरीवाल ने चीन से जमीन वापस लेने समेत देश को दी दस गारंटी

पुरी: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को बहुप्रतीक्षित श्रीमंदिर परिक्रमा परियोजना पुरी जगन्नाथ मंदिर के हेरिटेज कॉरिडोर का उद्घाटन करते हुए जनता को समर्पित किया। पुरी के गजपति महाराजा दिव्यसिंह देव और लगभग 90 मंदिरों के प्रतिनिधियों एवं हजारों भक्तों की मौजूदगी में सीएम पटनायक ने श्री मंदिर परिक्रमा प्रकल्प का विधि विधान के साथ उद्घाटन किया।

सीएम पटनायक और पुरी राजा गजपति दिव्यसिंघ देब ने इस परियोजना को लोगों को समर्पित करने के लिए परिक्रमा पट्टिका के सामने नारियल फोड़े। दिब्यसिंघा देब परिक्रमा परियोजना के उद्घाटन से पहले 'महायज्ञ' स्थल पर पहुंचे। उन्होंने यज्ञ का समापन करने के लिए 'पूर्णाहुति' दी। पूर्णाहुति के साथ ओडिशा के तीर्थ शहर पुरी में श्रीमंदिर परिक्रमा प्रकल्प के उद्घाटन समारोह के पूर्ववर्ती 'महा यज्ञ' के लिए मंडल पूजन अनुष्ठान बुधवार को समाप्त हो गया।

राज्य के सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज आज बंद रहे। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने समारोह में शामिल होने के लिए देशभर के 90 धार्मिक मंदिरों और संस्थानों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया था।

बता दें कि इस परियोजना की कल्पना 2016 में की गई थी और दिसंबर 2019 में इसकी घोषणा की गई थी। कोविड-19 महामारी के साथ-साथ जनवरी 2021 में मंदिर के लिए राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण (एनएमए) द्वारा मसौदा उपनियम जारी करने के कारण इसमें देरी हुई, जिसने किसी भी निर्माण पर रोक लगा दी थी।

राज्य सरकार ने पुरी के अंदर यातायात की भीड़ से बचने के उद्देश्य से पर्यटकों को सीधी पहुंच प्रदान करने के लिए 200 करोड़ रुपये की लागत से 1.5 किमी लंबे 4-लेन श्री सेतु (ट्रम्पेट ब्रिज) के निर्माण में निवेश किया है। साथ ही 90 करोड़ रुपये लागत की 630 मीटर लंबी सड़क (श्री डांडा) का निर्माण किया जा रहा है। यह बड़ा डांडा (ग्रैंड रोड) को दरकिनार करते हुए, जगन्नाथ बल्लव तीर्थ केंद्र के अंदर मल्टी-लेवल कार पार्किंग को डोलाबेडी से जोड़ता है।

इस प्रोजेक्ट के तहत मंदिर के आसपास पार्किंग स्थल, श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए सड़क और पुल, श्रद्धालुओं के लिए सुविधा केंद्र, क्लॉकरूम, शौचालय और कई अन्य सुविधाओं का विकास किया गया है।

 

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख