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रायबरेली (जनादेश ब्यूरो): राहुल गांधी ने उत्‍तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है। इस दौरान सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद रहे। कांग्रेस द्वारा उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट पर अचानक राहुल गांधी को उम्मीदवार बनाये जाने से सुर्खियों में रहने वाला यह निर्वाचन क्षेत्र एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। रायबरेली सीट को ‘वीवीआईपी' सीट भी कहा जाता है, जहां से पहले दो आम चुनाव में राहुल के दादा फिरोज गांधी विजयी हुए थे।

रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र में फिरोज गांधी द्वारा रखी गयी मजबूत नींव को उनकी पत्नी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने और मजबूती प्रदान की तथा 1967, 1971 और 1980 के चुनाव में इस सीट पर जीत हासिल की।

राहुल गांधी 2004 से लगातार तीन बार अमेठी निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य चुने गए थे। वह 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे। वह वर्तमान में केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने इस सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी।

लखनऊ: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के नेशनल सेक्रेटरी अतुल कुमार अंजान का निधन हो गया है। खबरों के मुताबिक, अतुल कुमार अंजान (69) पिछले एक महीने से गोमतीनगर के एक अस्पताल में एडवांस स्टेज के कैंसर से जूझ रहे थे। लखनऊ यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के अध्यक्ष के रूप में 1977 के राजनीति की शुरुआत करने वाले अतुल अंजान को सामाजिक न्‍याय और वामपंथी राजनीति का बड़ा चेहरा माना जाता था।

किसानों और श्रमिकों के हितों के प्रति सीपीआई नेता की दृढ़ प्रतिबद्धता ने जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों से व्यापक प्रशंसा और सम्मान प्राप्त किया है। एक समय अपने वक्तृत्व कौशल के लिए जाने जाने वाले तेजतर्रार छात्र नेता ने राजनीति में एक अलग मुकाम हासिल किया था।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अतुल कुमार अंजान की शिक्षा हुई थी। उन्होंने लखनऊ के स्टेट बोर्ड स्कूल से स्कूलिंग की थी। इसके बाद अतुल अंजाम ने लखनऊ विश्वविद्यालय से 1967 में ग्रेजुएशन, 1972 में पोस्ट ग्रेजुएशन और 1983 में एलएलबी की डिग्री हासिल की थी।

नई दिल्‍ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं और अमेठी से किशोरी लाल शर्मा चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने रायबरेली और अमेठी के लिए अपने उम्‍मीदवारों की लिस्‍ट जारी कर दी है। ऐसे में प्रियंका गांधी के रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने के कयासों पर विराम लग गया है। अमेठी और रायबरेली गांधी-नेहरू परिवार की पारंपरिक सीटें मानी जाती हैं, क्योंकि इस परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीट का प्रतिनिधित्व किया है।

राहुल गांधी इस बार भी दो लोकसभा सीटों पर ताल ठोक रहे हैं। वह वायनाड के साथ-साथ रायबरेली से भी चुनाव लड़ रहे हैं।

ऐसी उम्‍मीद की जा रही थी कि प्रियंका गांधी इस बार सक्रिय राजनीति में कदम रख सकती हैं। ऐसा बताया जा रहा था कि कांग्रेस प्रियंका को रायबरेली सीट से उतारने की तैयारी कर रहा है। लेकिन अंतिम समय में स्थिति बदल गई है। इसलिए राहुल गांधी को नेहरू-गांधी परिवार की पारंपरिक सीट से मैदान में उतारा गया है। बता दें कि सोनिया गांधी ने वर्ष 2004 से 2024 तक रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।

अमेठी (जनादेश ब्यूरो): अमेठी समाजवादी पार्टी (सपा) ने कल (3 मई) राहुल गांधी के नामांकन पत्र दाखिल करने का एलान किया। समाजवादी पार्टी के अमेठी जिलाध्यक्ष राम उदित यादव ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा, “कल इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राहुल गांधी अमेठी से नामांकन दाखिल करेंगे। सभी सपा कार्यकर्ता सुबह 10 बजे कार्यालय पहुंचें।" हांलाकि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने अभी तक ऐसी कोई ​अधिकारिक घोषणा नहीं की है।

सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने अपने फैसले पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और अपनी मां सोनिया गांधी के कहने पर पुनर्विचार किया है और वह अमेठी से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गये हैं। राहुल के अमेठी से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद यह साफ हो गया है कि प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव रायबरेली से ही लड़ेंगी। हालांकि अभी तक राजनीतिक गलियारों में भी यही कयास लगाए जा रहे थे कि प्रियंका गांधी को सोनिया गांधी के सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने के बाद रायबरेली से कांग्रेस टिकट दे सकती है। पिछले कई चुनाव से प्रियंका मां सोनिया गांधी के चुनाव प्रचार में सक्रिय रही हैं।

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