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कोहिमा: चुनावी राज्‍य नागालैंड में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। पीएम ने कहा, "कांग्रेस की नीति वोट पाओ और भूल जाओ की है। कांग्रेस ने दिल्ली से रिमोट के जरिए पूर्वोत्तर को नियंत्रित किया, जबकि बीजेपी आठ राज्यों को ‘अष्टलक्ष्मी' मानती है। हमारा यह प्रयास है कि दिल की दूरियां भी मिटें और दिल्ली से भी दूरी कम हो। बीते 9 वर्षों में मैं खुद दर्जनों बार यहां आया हूं।" उन्‍होंने कहा कि दिल्ली से लेकर दिमापुर तक इन्होंने परिवारवाद को ही प्राथमिकता दे रखी थी, लेकिन हमारी सरकार ने पूरे नॉर्थ-ईस्ट के लिए दिल्ली की सरकार की सोच को ही बदल दिया है। कांग्रेस ने नॉर्थ-ईस्ट को एटीएम माना हुआ था। सरकार का पैसा जनता तक नहीं, बल्कि करप्ट पार्टियों की तिजोरी में पहुंचता था।

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अपने लोगों पर अविश्वास करने से नहीं, बल्कि उन पर भरोसा करने से चलता है। नागालैंड के लिए हमारे पास शांति, विकास और समृद्धि का मंत्र है, इसलिए लोगों को बीजेपी और एनडीपीपी पर भरोसा करते हैं। पिछले कुछ सालों में कई युवाओं ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है।

नई दिल्ली: नागालैंड में एक चुनावी रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करेगी और भाजपा को हरा देगी। इसके लिए सभी विपक्षी दलों के साथ बातचीत जारी है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी ने कई बार कहा है, 'मैं अकेला आदमी हूं, जो देश का सामना कर सकता हूं। कोई अन्य लोग मुझे छू नहीं सकते।' कोई भी लोकतांत्रिक व्यक्ति ऐसा नहीं कहता। आप लोकतंत्र में हैं, आपको याद रखना चाहिए कि आप निरंकुश नहीं हैं। आप तानाशाह नहीं हैं। आप लोगों द्वारा चुने गए हैं और लोग आपको सबक सिखाएंगे।"

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "2024 लोकसभा चुनाव में केंद्र में गठबंधन सरकार आएगी और कांग्रेस नेतृत्व करेगी। हम अन्य पार्टियों से बात कर रहे हैं, नहीं तो लोकतंत्र और संविधान चला जाएगा।" उन्होंने कहा, "इसलिए, हर पार्टी को हम फोन कर रहे हैं, हम बात कर रहे हैं, हम अपने विचार साझा कर रहे हैं। भाजपा को बहुमत नहीं मिलेगा। अन्य दलों के साथ हम बहुमत प्राप्त करेंगे ... चाहे 100 मोदी और शाह आ जाएं।"

नई दिल्ली: पिछले साल नागालैंड में सेना द्वारा किए गए फायरिंग में हुए 14 लोगों की मौत मामले में एसआईटी ने आरोपपत्र अदालत को सौंप दिया है। इस मामले में नागालैंड पुलिस की तरफ से सेना के 30 जवानों को आरोपी बनाया गया है। एसआईटी की जांच में कहा गया है कि 21 पैरा स्पेशल फोर्स के सैनिकों ने घात के दौरान एसओपी का पालन नहीं किया था। घटना में रात में एक पिकअप ट्रक में घर लौट रहे 14 नागरिकों की मौत हो गई थी। 4 दिसंबर, 2021 को हुई घटना के बाद गुस्से में जवानों को घेरने वाले ग्रामीणों के हमले में एक जवान की मौत हो गई थी।

नागालैंड सरकार ने केंद्र से चार्जशीट में नामजद जवानों के खिलाफ कार्रवाई की इजाजत मांगी है। राज्य पुलिस ने भी रक्षा मंत्रालय को पत्र भेजकर कार्रवाई की मंजूरी मांगी है। गौरतलब है कि नागालैंड उन राज्यों में शामिल है जहां पर अफस्पा कानून लागू है। इस कानून के तहत सुरक्षा बलों पर केंद्र की मंजूरी के बिना कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकती है। पूरे घटनाक्रम पर सेना की तरफ से भी कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की जा रही है। सेना की एक टीम ने कुछ ही दिन पहले घटनास्थल पर जा कर गांव का दौरा किया था।

कोहिमा: नागालैंड में एक अहम राजनीतिक घटनाक्रम में नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के 21 विधायक शुक्रवार को मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो की नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) में शामिल हो गए। एनडीपीपी के प्रवक्ता एम आर जमीर ने कहा कि एनपीएफ के इन विधायकों के दल बदलने के बाद पार्टी के पास 60 सदस्यीय विधानसभा में अब 42 विधायक हैं। एनपीएफ के पास पहले 25 विधायक थे।

विधानसभा में एनपीएफ के पास अब चार विधायक हैं जबकि भाजपा के पास 12 और दो निर्दलीय विधायक हैं। नागालैंड विधानसभा अध्यक्ष शरिंगेन लॉन्गकुमार ने एक आदेश में कहा कि उन्हें एनपीएफ विधायक दल के 21 सदस्यों के एनडीपीपी में विलय का दावा प्राप्त हुआ है। उन्‍होंने एनपीएफ विधायकों के पार्टी बदलने के फैसले को स्वीकार कर लिया है।

एनपीएफ पिछले साल अगस्त में सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोक्रेटिक एलायंस में शामिल हुई थी, जिसमें एनडीपीपी और भाजपा शामिल थे।

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