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प्रिय पाठकों, समाचार पत्रों को निकलते हुए करीब ढेड सौ साल हो गये। हर युग में समाचार पत्रों की जन जागरण में अहम भूमिका रही है। आज के युूग में अखबार प्रकाशित करना आर्थिक दृष्टि से आसान नही है। यह अधिकार सिर्फ पूंजीपतियों तक सीमित रह गया है। लिहाजा इंटरनेट के युग में इंटरनेट समाचार पत्र (न्यूज़ पोर्टल) शुरू करने से आपको को कोई वंचित नही कर सकता है। हिंदी इंटरनेट समाचार पत्र (न्यूज़ पोर्टल) "जनादेश" उसी दिशा में एक सार्थक प्रयास है। मुझे करीब 36 साल हो गये समाचार जगत से जुडे़ हुए। इस दौरान मैंने विकासशील भारत (आगरा) , अमर उजाला, दैनिक जागरण (दिल्ली), आज (दिल्ली), प्रभासाक्षी (दिल्ली) आदि अखबारों से जुड़ने का मौका मिला। इसके आलावा एक दशक से ज्यादा समय तक न्यूज चैनल से भी जुडे़ रहने का मौका मिला। पंजाब टुडे, हरियाणा न्यूज, यू पी न्यूज, हिमाचल न्यूज और गोवा न्यूज के लिए ब्यूरो चीफ की भूमिका में मुझे करीब दस साल विसुअल मीडिया को समझने का अवसर मिला।
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