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नई दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अरूणाचल प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए राष्ट्रपति शासन लागू करने की केंद्रीय कैबिनेट की सिफारिश को आज (मंगलवार) मंजूरी प्रदान कर दी और इसके साथ ही राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति ने कैबिनेट की सिफारिश के दो दिनों बाद इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। कैबिनेट ने रविवार को हुयी विशेष बैठक में पूर्वोत्तर सीमावर्ती राज्य में केंद्रीय शासन लागू किए जाने की सिफारिश की थी। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा था कि कैबिनेट यह फैसला लेने को बाध्य था क्योंकि वहां संवैधानिक संकट पैदा हो गया था और राज्य विधानसभा के दो सत्रों के बीच छह महीने की अवधि पूरी हो गयी थी। राष्ट्रपति ने कल गृह मंत्री राजनाथ सिंह को बुलाया था और राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की आवश्यकता के बारे में उनसे कुछ सवाल किए थे। राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने भी उनसे मुलाकात की थी और कैबिनेट के फैसले का विरोध किया था।

नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्ट्रेस और पूर्व 'मिस वर्ल्ड' ऐश्वर्या राय बच्चन को फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के साथ दोपहर भोज के लिए पहुंच चुकी हैं। बता दें कि ऐश्वर्या को ओलांद के साथ दोपहर भोज के लिए आमंत्रित किया गया था और यह उनके लिए बेहद सम्मान की बात है। ओलांद मंगलवार को राजपथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए हैं। यह मौका पाने वाले वह फ्रांस के पांचवें राष्ट्रपति हैं। भारत में फ्रांस के राजदूत फ्रांस्वा रिचियर ने मंगलवार को ही ओलांद के सम्मान में दोपहर भोज आयोजित किया है। इस भोज में ऐश्वर्या (42) को आमंत्रित किया गया है।

नई दिल्ली: असहिष्णुता पर चर्चा के बीच, वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मंगलवार को कहा कि देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कोई सवालिया निशान नहीं है और हैरत जताई कि कौन लोग ऐसा कह रहे हैं। पार्टी नेतृत्व से नाखुश बताए जा रहे आडवाणी ने अपने निवास पर राष्ट्रीय तिरंगा फहराने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि कौन लोग हैं जो कह रहे हैं कि भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है। यह स्वतंत्रता हमेशा रही है, ऐसा कोई सवाल आज नहीं उठता।’’ अनेक लेखकों और कलाकारों ने कहा है कि मोदी सरकार के दौर में असहिष्णुता बढ़ी है। मोदी सरकार और भाजपा ने इसे राजनीति से प्रेरित कह कर इसे खारिज किया है। आडवाणी ने पार्टी अध्यक्ष के बतौर चुने जाने के बाद अमित शाह के साथ रविवार की मुलाकात पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

नई दिल्‍ली: देश में 67वां गणतंत्र दिवस मंगलवार को राजपथ पर देश की विराट सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक के साथ-साथ पहली बार विदेशी सेना फ्रांस का मार्चिंग दस्ता भी भारतीय सैनिकों के साथ कदमताल करता नजर आया। रिपब्लिक डे परेड में पहली बार किसी मित्र देश की सेना ने हिस्सा लिया। फ्रांस की सेना की टुकड़ी भी भारतीय वीरों के साथ कदम मिलाते दिखी। जो भारत और फ्रांस के बीच गहरी होती दोस्ती का भी प्रतीक है। राजपथ पर आज सुबह फ्रांस के सैन्‍य दस्‍ते ने 'कदमताल' किया। कर्नल पॉल ब्‍यूरी के नेतृत्‍व में 75 सैनिक फ्रांसीसी सैन्‍य दस्‍ते में शामिल हुए। इस मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद मुख्य अतिथि हैं। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते राजस्थान के बीकानेर में शुरू हुए साझा सैन्य अभ्यास-शक्ति में हिस्सा लेने के लिए फ्रांसीसी सेना का एक टुकड़ी आई थी।

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