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पुडुचेरी: पुडुचेरी में कांग्रेस के सत्ता गंवाने के कुछ ही घंटों बाद, यहां की सबसे बड़ी पार्टी एनआर कांग्रेस ने कहा है कि उसने अगली सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। लेकिन वह उप राज्‍यपाल के आमंत्रण का इंतजार कर रही है। एनआर कांग्रेस के प्रमुख एन. रंगास्‍वामी ने कहा, 'मैंने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। मैंने केवल विश्‍वास मत की मांग की थी।' सभी निगाहें अब विपक्षी पार्टी पर टिकी हैं, जिसे पुडुचेरी विधानसभा में बहुमत हासिल है। इससे पहले, आज सुबह नारायणसामी की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ऐसे समय गिर गई, जब राज्‍य में चुनाव में बमुश्किल तीन माह का वक्‍त शेष है।

कांग्रेस-डीएमके गठबंधन छह इस्‍तीफों के बाद 26 सदस्‍यीय विधानसभा में बहुमत के अंक 14 से पीछे रह गया था, इसमें से दो विधायकों के इस्‍तीफे तो रविवार को हुए। कुल मिलाकर कांग्रेस के पांच और डीएमके का एक विधायक इस्‍तीफा दे चुका हैं। नारायणसामी ने भाजपा और एनआर कांग्रेस पर उनकी सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है।

पुडुचेरी: पुडुचेरी विधानसभा में विश्वासमत के दौरान कांग्रेस पार्टी की सरकार गिर गई है। मुख्यमंत्री नारायणसामी ने उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। आपको बता दें कि छह विधायकों के इस्तीफा देने के बाद नारायणसामी की सरकार अल्पमत में आ गई थी। दो विधायकों ने रविवार को इस्तीफा दे दिया। इसके बाद यहां सियासी संकट और गहरा गई।

आज पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी ने समर्थक विधायकों के साथ विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। उपराज्यपाल से मुलाकात कर उन्होंने अपना त्यागपत्र दे दिया। इससे पहले विधानसभा में पुडुचेरी के सीएम वी. नारायणसामी ने कहा, ''हमने द्रमुक और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई। उसके बाद, हमने विभिन्न चुनावों का सामना किया। हमने सभी उपचुनाव जीते हैं। यह स्पष्ट है कि पुडुचेरी के लोग हम पर भरोसा करते हैं।'' उन्होंने पूर्व एलजी किरण बेदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'बेदी और केंद्र सरकार ने विपक्ष के साथ टकराव किया और सरकार को गिराने की कोशिश की। जैसे ही हमारे विधायक एकजुट हुए, हम अंतिम 5 वर्ष निकालने में सफल रहे।

पुडुचेरी: पुडुचेरी में पिछले कई दिनों से गतिरोध बना हुआ है और कांग्रेस-डीएमके गठबंधन की वी नारायणसामी सरकार पर संकट बना हुआ है। सोमवार को विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव पेश किया गया। इस पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने सदन में बहुमत का दावा किया है। बता दें, नई उप राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने आज (22 फरवरी) शाम 5 बजे तक विधान सभा में बहुमत परीक्षण के निर्देश दिए थे। इससे पहले मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी को एक और बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन ने इस्तीफा दे दिया है।

पुडुचेरी विधानसभा में बहुमत परीक्षण से पहले रविवार की शाम को मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के आवास पर पार्टी और सहयोगी दलों के नेताओं की एक अहम बैठक हुई। इसके बाद सीएम विधानसभा पहुंचे और कांग्रेस विधायकों के साथ सरकार बचाने की रणनीति पर चर्चा की। सरकार कैसे बचाएंगे? पूछने पर सीएम ने कहा कि वो अपनी रणनीति का खुलासा सदन में ही करेंगे।

नई दिल्ली: पुडुचेरी में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। पार्टी के कई विधायकों के हुए हाल-फिलहाल में इस्तीफे के बाद रविवार को एक और विधायक ने इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस विधायक के लक्ष्मीनारायणन ने पुडुचेरी विधानसभा स्पीकर वीपी शिवकोझुंडु को त्यागपत्र सौंप दिया। इसके अलावा, डीएमके के विधायक के वेंकटेशन ने भी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। पुडुचेरी की कांग्रेस सरकार को 22 फरवरी को शाम 5 बजे तक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट देना है। 

लक्ष्मीनारायणन के इस्तीफे के बाद कांग्रेस गठबंधन की संख्या घटकर पुडुचेरी में 13 पर पहुंच गई है। चार बार के कांग्रेस विधायक लक्ष्मीनारायणन ने त्याग पत्र में लिखा है कि वह पार्टी में रिकग्निशन नहीं मिलने के चलते नाराज हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वह पार्टी भी छोड़ देंगे।

इससे पहले, भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने शुक्रवार को दावा किया था कि कांग्रेस के 3 और विधायक विधानसभा से इस्तीफा देने जा रहे हैं।

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