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पुडुचेरी: केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के विधायक ए जॉन कुमार ने मंगलवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही सामी सरकार अल्पमत में आ गई है, क्योंकि 30 सदस्यीय विधानसभा में उसके पास 14 ही विधायक का समर्थन रह गया है, जबकि 15 की जरूरत है। कुमार का इस्तीफा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे से ठीक पहले हुआ है। कुमार मुख्यमंत्री वी नारायण सामी के करीबी माने जाते हैं।

बीते दो दिनों में दो विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा की प्रभावी संख्या 28 रह गई है। इस तरह बहुमत के लिए 15 विधायकों की जरूरत है। सत्तारूढ़ कांग्रेस व सहयोगी दल के मिलाकर 14 ही सदस्यों का समर्थन रह गया है। जॉन कुमार वर्ष 2019 में हुए उपचुनाव में कामराज नगर सीट से निर्वाचित हुए थे और बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत करने आ रहे राहुल गांधी के दौरे से पहले विधानसभा से इस्तीफा देने वाले वह चौथे कांग्रेसी विधायक हैं। कुमार का इस्तीफा पार्टी के वरिष्ठ विधायक मल्लाडी कृष्णा राव के इस्तीफे के बाद आया है।

पुडुचेरी: पुडुचेरी में शनिवार (6 जून) को कोरोना से मरे एक 43 वर्षीय युवक के शव के साथ बदसलूकी का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने से आला अफसरों के बीच हड़कंप मच गया। वीडियो में कथित तौर पर दिखाया गया है कि सरकारी कर्मचारी शव को स्ट्रेचर से सीधे कब्र में फेंक रहे हैं। पुडुचेरी स्वास्थ्य विभाग के निदेशक ने इस वीडियो और शव से दुर्व्यवहार संबंधी खबरों पर कहा कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। निदेशक ने कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारी शव को दफनाने में जुटे थे, लेकिन इस दौरान एक कर्मचारी के हाथ से छूटकर शव सीधे गड्ढे में चला गया।

स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि शव को विशेष एंबुलेंस से कब्रिस्तान ले जाया गया जहां सुरक्षात्मक पोशक धारी कर्मचारियों ने शव को पूरे सम्मान के साथ दफनाया। मौत के बाद संक्रमण का पता चला:स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक युवक कुछ दिनों पहले चेन्नई से यहां अपने ससुराल आया था जिसकी शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। शव के पोस्टमार्टम के बाद पता चला कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित है। व्यक्ति में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे।

पुड्डुचेरी: पांडिचेरी विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि उसे दीक्षांत समारोह में शामिल होने से इसलिए रोक दिया गया क्योंकि उसने हिजाब पहना हुआ था। छात्रा स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में शामिल थी। दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शिरकत की थी। उसका कहना है कि उसे राष्ट्रपति के जाने के बाद कार्यक्रम में जाने की अनुमति दी गई। केरल से ताल्लुक रखने वाली इस छात्रा का नाम रबीहा अब्दुरेहीम है। उन्होंने विश्वविद्यालय से जन संचार विषय में परास्नातक की पढ़ाई की है। उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए स्वर्ण पदक स्वीकार करने से इंकार कर दिया था।

छात्र का दावा है कि उसे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कार्यक्रम की शुरुआत से पहले ऑडिटोरियम से बाहर जाने को कहा था। उन्हें राष्ट्रपति के जाने के बाद ही ऑडिटोरियम में जाने की अनुमति मिली। यहां राष्ट्रपति के जाने के बाद भी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देने का कार्यक्रम जारी रहा था। छात्रा ने कहा कि उन्हें इसकी वास्तविक जानकारी नहीं है कि उन्हें क्यों पुलिस अधिकारी ने बाहर जाने को कहा था।

पुड्डुचेरी: पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने केंद्र पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र अपनी सहूलियत के हिसाब से कभी उसे केंद्र शासित प्रदेश तो कभी राज्य बताता है। इससे अच्छा होगा कि वह उसे ट्रांसजेंडर घोषित कर दे। नारायणसामी का कहना है कि केंद्र क जल्द ही इसका समाधान ढूंढना होगा।

नारायणसामी ने गुरुवार को पुड्डुचेरी में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, 'भारत सरकार की नीतियों के कारण हम न इधर के रहे और न ही उधर के। वह अपनी सहूलियत के हिसाब से हमारे साथ कभी राज्य तो कभी केंद्र शासित प्रदेश का व्यवहार करती है। यह हमारी स्थिति है। उसे पुड्डुचेरी को ट्रांसजेंडर घोषित कर देना चाहिए।' कांग्रेस नेता ने कहा कि पुड्डुचेरी प्रशासन को बिलकुल दिल्ली की तरह परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, 'पुड्डुचेरी और दिल्ली दोनों ही एक कठिन स्थिति में हैं क्योंकि वे विधायिका के साथ केंद्र शासित प्रदेश हैं। यह उन केंद्र शासित प्रदेशों की परेशानी है, जिनमें विधानसभा है।'

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