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नई दिल्ली: पुडुचेरी में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। पार्टी के कई विधायकों के हुए हाल-फिलहाल में इस्तीफे के बाद रविवार को एक और विधायक ने इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस विधायक के लक्ष्मीनारायणन ने पुडुचेरी विधानसभा स्पीकर वीपी शिवकोझुंडु को त्यागपत्र सौंप दिया। इसके अलावा, डीएमके के विधायक के वेंकटेशन ने भी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। पुडुचेरी की कांग्रेस सरकार को 22 फरवरी को शाम 5 बजे तक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट देना है। 

लक्ष्मीनारायणन के इस्तीफे के बाद कांग्रेस गठबंधन की संख्या घटकर पुडुचेरी में 13 पर पहुंच गई है। चार बार के कांग्रेस विधायक लक्ष्मीनारायणन ने त्याग पत्र में लिखा है कि वह पार्टी में रिकग्निशन नहीं मिलने के चलते नाराज हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वह पार्टी भी छोड़ देंगे।

इससे पहले, भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने शुक्रवार को दावा किया था कि कांग्रेस के 3 और विधायक विधानसभा से इस्तीफा देने जा रहे हैं।

उन्होंने जोर देकर कहा था कि विधानसभा में नारायणसामी की सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाएगी।

कर्नाटक भाजपा में उपाध्यक्ष सुराना से जब पूछा गया कि क्या कांग्रेस सरकार बहुमत परीक्षण में गिर जाएगी तो उन्होंने कहा, ''निश्चत रूप से, 100 फीसदी।'' यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव से पहले यहां राष्ट्रपति शासन लग जाएगा? भाजपा नेता ने कहा, ''मुझे लगता है, केवल वही एक विकल्प है।''

पुडुचेरी में अप्रैल-मई महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। हालांकि, उससे पहले 22 फरवरी को कांग्रेस सरकार को फ्लोर टेस्ट पर बहुमत साबित करना होगा। पिछले एक महीने में कांग्रेस के छह विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। इस तरीके से राज्य सरकार अल्पमत में आ गई है। जनवरी महीने में दो विधायक- नामाशिवयम जिनके पास पब्लिक वर्क का मंत्रालय था और ई थिपैदन ने इस्तीफा दे दिया था और दिल्ली जाकर भाजपा में शामिल हो गए थे। एक और कांग्रेस के विधायक एन धनावेलु को पिछले साल जुलाई महीने में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पार्टी से बाहर कर दिया गया था। 

पुडुचेरी में 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 15 सीटों पर जीत मिली थी। राज्य कांग्रेस सरकार को डीएमके के तीन और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन हासिल था। पूर्व मुख्यमंत्री एन रंगासामी की ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस के पास सात सीटें हैं, जबकि एआईएडीएमके को चार सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा के तीन विधायक हैं। 

 

 

 

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