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नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश में चीन द्वारा एक गांव को बसाए जाने की रिपोर्ट पर भारत में सियासत तेज है। भाजपा सांसद तापिर गाओ के दावों पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि क्या सरकार चीन को एक और क्लीन चिट देगी। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश के भाजपा सांसद तापिर गाओ ने पलटवार किया है और कांग्रेस से पूछा है कि 80 के दशक से चीन हमारी जमीन पर कब्जा करके बैठा, फिर कांग्रेस ने उस वक्त कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। 

मंगलवार को भाजपा सांसद तापिर गाओ ने दावा किया यह कांग्रेस के शासनकाल के दौरान ही तवांग में सुमदोरोंग चू घाटी पर चीन ने कब्जा कर लिया था। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सेना प्रमुख ने चीनी सेना की टुकड़ी को पीछे धकेलने के लिए एक ऑपरेशन की योजना बनाई थी, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने उन्हें अनुमति देने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि 1980 के दशक से ही चीन इन इलाकों में सड़क का निर्माण कर रहा है।

ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के सात में से छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को राज्य में एक बड़ा झटका लगा है। राज्य विधानसभा की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के लिकाबाली निर्वाचन क्षेत्र से विधायक करदो निग्योर भी भगवा दल में शामिल हो गए हैं। यह घटना इसलिए भी अहम है क्योंकि बिहार में दोनों ही पार्टियां साथ सत्ता में हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इसका असर बिहार की राजनीति पर भी होगा या नहीं 

पंचायत और नगर निगम चुनाव के नतीजों की घोषणा से एक दिन पहले यह खबर सामने आई है। बुलेटिन के अनुसार रमगोंग विधानसभा क्षेत्र के तालीम तबोह, चायांग्ताजो के हेयेंग मंग्फी, ताली के जिकके ताको, कलाक्तंग के दोरजी वांग्दी खर्मा, बोमडिला के डोंगरू सियनग्जू और मारियांग-गेकु निर्वाचन क्षेत्र के कांगगोंग टाकू भाजपा में शामिल हो गए हैं। जद(यू) ने 26 नवंबर को सियनग्जू, खर्मा और टाकू को ''पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था और उन्हें निलंबित कर दिया था।

गुवाहाटी: चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अरुणाचल प्रदेश के उन पांच पुरुषों को शनिवार को भारत को सौंप दिया जो पिछले दिनों लापता हो गए थे। सेना के सूत्रों द्वारा यह जानकारी मिली है। इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने भी इस बाबत ट्वीट किया था। उन्होंने बताया था कि “चीनी पीएलए ने भारतीय सेना को अरुणाचल प्रदेश के युवाओं को हमारे पक्ष में सौंपने की पुष्टि की है।

बता दें कि पिछले शनिवार को एक प्रमुख स्थानीय अखबार ने एक रिपोर्ट छापी, जिसमें दावा किया गया कि तागिन समुदाय के 5 लोगों, जो कि नाचो शहर के पास एक गांव के रहने वाले हैं। उनका अपहरण कर ल‍िया गया है। अखबार ने ल‍िखा क‍ि इस कथ‍ित अपहरण के वक्त वो जंगल में श‍िकार के ल‍िए गए थे। रिपोर्ट एक रिश्तेदार के हवाले से छापी गई थी। 

यह घटना तब सामने आई थी जब एक समूह के दो सदस्य जंगल में शिकार के लिए गए थे। लौटने पर उन्होंने उक्त पांच युवकों के परिवार वालों को जानकारी दी थी कि युवकों को सेना के गश्ती क्षेत्र सेरा-7 से चीनी सैनिक ले गए हैं।

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए पांच युवकों को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) शनिवार को भारतीय अधिकारियों को सौंप सकती है। पीएलए ने मंगलवार को कहा था कि चार सितंबर को अपर सुबनसिरी जिले में भारत-चीन सीमा से लापता हुए पांच युवक उन्हें सीमापार मिले थे।

रिजिजू ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'चीन की पीएलए ने भारतीय सेना से इस बात की पुष्टि की है कि वह अरुणाचल प्रदेश के युवकों को हमें सौंप देंगे। उन्हें कल 12 सितंबर को किसी भी समय एक निर्दिष्ट स्थान पर सौंपा जा सकता है।'

यह घटना तब सामने आई थी जब एक समूह के दो सदस्य जंगल में शिकार के लिए गए थे। लौटने पर उन्होंने उक्त पांच युवकों के परिवार वालों को जानकारी दी थी कि युवकों को सेना के गश्ती क्षेत्र सेरा-7 से चीनी सैनिक ले गए हैं। यह स्थान नाचो से 12 किलोमीटर उत्तर में स्थित है।

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