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रांची: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय ने जांच समिति की रिपोर्ट के मद्देनजर प्रोफेसर श्रेया भट्टाचार्य की बिना इजाजत के जेएनयू के एक विवादास्पद प्रोफेसर को विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में आमंत्रित करने की गलती को भूल मानते हुए उनके निलंबन को वापस ले लिया है और उनकी सेवा को तत्काल प्रभाव से बहाल कर दिया है। सीयूजे के कुलपति नंद कुमार यादव इंदु ने बताया कि गुरुवार सुबह तीन सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें अंग्रेजी की एसोसिएट प्रोफेसर श्रेया की गलती को भूल माना गया और इसी को ध्यान में रखते हुए उनके निलंबन को तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया गया। अपने आदेश में कुलपति ने उनके निलंबन के काल को भी नियमित सेवा माने जाने का निर्देश दिया है। श्रेया भट्टाचार्य को तत्काल अपनी सेवाएं ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं।

रांची: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय की एक एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर श्रेया भट्टाचार्यजी को महज इसलिए निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्विद्यालय के प्रोफेसर एन एम पाणिनी को विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में बुला लिया। निलंबनआदेश में कहा गया है कि श्रेया भट्टाचार्जी को विश्वविद्यालय में 17 से 19 मार्च के बीच सरदार वल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती के आयोजन का जिम्मा सौंपा गया था। 19 मार्च को राज्यपाल को कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की तरह आना था। इस आदेश में साफ तौर से लिखा है कि प्रोफेसर पाणिनी को बुलाने की खबरों से विश्वविद्यालय की छवि खराब हुई और राज्यपाल नहीं आए। श्रेया भट्टाचार्जी पर यह भी आरोप है कि उन्होंने विश्वविद्यालय को सूचना दिए बगैर प्रोफेसर पाणिनी को बुलाया।

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार को कहा कि यह बहुत ही चिंता का विषय है कि राज्य में खाते-पीते घरों के संपन्न लोग भी वृद्धावस्था पेंशन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इससे ऐसे लोगों के हितों को नुकसान पहुंचता है, जिनके उद्देश्य से जन कल्याण की यह योजना लायी गई है। राज्य विधानसभा में एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में ऐसे वृद्धों के लिए वृद्धवस्था पेंशन की योजना लाई गई थी, जिनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है। लेकिन संपन्न घरों के वृद्ध भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, जो बिल्कुल उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि समाज में लोगों को अपनी सोच में बदलाव करना होगा और सरकार भी अपनी तरफ से सुनिश्चित करेगी कि केवल वास्तविक जरूरतमंदों को ही इस योजना का लाभ मिले।

रांची: भाजपा के वरिष्ठ नेता और शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि भारत में अफजल गुरु नहीं पैदा होने दिये जायेंगे, और जो भारत में रह कर देश की मिट्टी का खाता है और भारतीय होने का दावा करता है उसे ‘वंदेमातरम्’ और ‘जनगणमन’ गाना होगा। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाने और संसद पर हुए आतंकी हमले के दोषी आतंकवादी अफजल गुरु के पक्ष में नारे लगाने के दोषी छात्रों के पक्ष में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए झारखंड के भाजपा के वरिष्ठ नेता और शहरी विकास मंत्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने देशद्रोहियों के साथ खड़ा होकर देशद्रोह का काम किया है। विधानसभा परिसर में मंगलवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में सिंह ने कहा कि जो ‘वंदेमातरम्’ या ‘जनगणमन’ नहीं गाना चाहता उसे भारतीय कहलाने का हक नहीं है। उन्होंने कहा कि यह कैसी बात है कि आप जिस देश की मिट्टी का खाते हैं, जिसकी आबो हवा लेते हैं, उसे ही गाली देते हैं? उन्होंने पूछा कि क्या यह देश के साथ गद्दारी या देशद्रोह नहीं है?

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