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चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की पार्टी डीएमके ने अपनी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है। डीएमके ने तमिलनाडु में कांग्रेस को नौ सीटें और पुडुचेरी में एक सीट दी है। डीएमके ने साल 2019 के उसी फॉर्मूले को दोहराया है, जिस पर चलकर उसे भारी जीत मिली थी। कांग्रेस ने 2019 में 10 सीटों में से नौ पर जीत हासिल की थी। तमिलनाडु में कुल 39 लोकसभा सीटें हैं।

एमके स्टालिन और तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के प्रमुख के सेल्वापेरुन्थागई ने वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं केसी वेणुगोपाल और अजॉय कुमार की मौजूदगी में सीटों के बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप दिया।

केसी वेणुगोपाल ने कहा कि डीएमके के नेतृत्व वाला गठबंधन तमिलनाडु और पुडुचेरी में सभी 40 सीटें जीतेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और डीएमके के बीच 'रिश्ता' बरकरार है। उन्होंने कहा, ''हम एक साथ लड़ेंगे और एक साथ जीतेंगे।''

नई दिल्ली: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान देते हुए इसकी तुलना डेंगू मलेरिया से की थी। जिसके बाद उनके खिलाफ कई राज्यों में मामले दर्ज हुए। इन सभी मुकदमों के एक साथ जोड़ने की मांग को लेकर उदयनिधि स्टालिन सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। जहां उन्हें फटकार लगी। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस सचिन दत्ता की बेंच ने टिप्पणी करते हुए कहा, "आपने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग किया और अब आप सुप्रीम कोर्ट से राहत मांग रहे हैं। आप आम आदमी नहीं हैं, राजनेता हैं। आपको पता होना चाहिए था कि इस तरह की टिप्पणी का क्या नतीजा होगा।"

इस पर स्टालिन के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वह दर्ज हुए मुकदमों के तथ्यों पर टिप्पणी नहीं कर रहे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के पहले भी एक ही मामले से जुड़े मुकदमों को साथ जोड़ता रहा है। स्टालिन के लिए पेश हुए वकील ने सिंघवी ने कहा कि कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और जम्मू में मुकदमे दर्ज हुए हैं। फिलहाल कोर्ट ने अगले हफ्ते के लिए सुनवाई टाल दी है।

रामेश्वरम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तमिलनाडु के रामेश्वरम में श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री ने यहां समुद्र में पवित्र डुबकी भी लगाई।

इससे पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने यहां श्रीरंगम में रामायण से जुड़े प्राचीन मंदिर श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की और विद्वानों से ‘कंब’ रामायण का पाठ सुना। तमिलनाडु के इस प्राचीन मंदिर में आने वाले वह देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने इस दौरान पारंपरिक परिधान ‘वेष्टि’ (धोती) और ‘अंगवस्त्रम’ (शॉल) पहना था और भगवान विष्णु के मंदिर में पूजा-अर्चना की।

मोदी ने इस दौरान श्री रंगनाथस्वामी के दर्शन किए। उन्हें मंदिर के पुजारियों ने ‘सदरी’ प्रदान की। प्रधानमंत्री ने वैष्णव संत-गुरु श्री रामानुजाचार्य और श्री चक्रथाझवार को समर्पित कई ‘सन्नाधि’ (देवताओं के लिए अलग-अलग पूजास्थल) में प्रार्थना की। उन्होंने मंदिर में हाथी को भोजन देकर उसका आशीर्वाद भी प्राप्त किया। मंदिर के इष्टदेव को तमिल में ‘रंगनाथर’ के नाम से जाना जाता है।

चेन्नई: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रविवार को कहा कि भारत को मालदीव की चीन से निकटता को लेकर निश्चित रूप से सतर्क रहना चाहिए और सरकार को इससे होने वाले खतरे के बारे में अवगत होना चाहिए। उन्होंने यहां ‘तुगलक' पत्रिका की 54वीं वर्षगांठ पर कहा कि चीन, भारत की सीमा पर अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव-भारत राजनयिक विवाद का जिक्र करते हुए थरूर ने कहा, ‘‘हमें मालदीव सरकार की चीन के साथ बढ़ती निकटता पर बारीकी से नजर रखनी होगी।''

सरकार को खतरों के बारे में पता होना चाहिए: थरूर

पूर्व विदेश राज्य मंत्री थरूर ने कहा, ‘‘इस तथ्य में कोई संदेह नहीं है कि चीन हमारे सीमा क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। बिना किसी अपवाद के वह (चीन) हमारे सभी पड़ोसी देशों में तेजी से अपना प्रभाव बढ़ा रहा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमें (भारत) निश्चित रूप से सतर्क रहना चाहिए और हमारी सरकार को उन खतरों के बारे में पता होना चाहिए।''

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