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हरदा: मध्य प्रदेश के हरदा जिले में मगरधा रोड किनारे बनी पटाखा फैक्ट्री मंगलवार सुबह भीषण आग लग गई। फैक्ट्री के आसपास कई घरों को भी आग ने अपने चपेट में ले लिया। आग में झुलसने के कारण अभी तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। 174 घायलों को हरदा के जिला अस्पताल रेफर किया गया, जिसमें 34 लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई गई। इन्हें भोपाल रेफर किया गया है।

इस मामले में फैक्ट्री के मालिक राजेश अग्रवाल समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

हरदा की पटाखा फैक्ट्री में धमाके के बाद फैक्ट्री के मालिक मौका पाकर फरार हो गए। पुलिस द्वारा आरोपित की तलाश की गई। इसी दौरान राजगढ़ जिले की पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली की आरोपित राजगढ़ जिले से होकर निकलने वाले हैं। पुलिस ने सारंगपुर में एक कार को संदेह के आधार पर रोका। उसमें से फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल व उनके भाई सोमेश अग्रवाल को पुलिस ने पकड़ लिया। हादसे के बाद हरदा से भागकर सबसे पहले आरोपी उज्जैन की ओर निकले। वहां से फिर नेशनल हाइवे के रास्ते से होकर वो दिल्ली की ओर जा रहे थे।

मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले हाइवे से वह कार के जरिए दिल्ली की ओर निकले। पुलिस ने सारंगपुर के करीब आरोपी को गिरफ्त में ले लिया। आरोपियों को देर रात तक थाने में बैठाकर रखा गया।
 

सीएम ने कड़ी कार्रवाई की बात की

बता दें कि धमाके के बाद सीएम मोहन यादव ने कहा है कि इस मामले पर हमारी सरकार ऐसी कार्रवाई करेगी जो उनको (दोषियों) को भी याद रहे। मुख्यमंत्री मंगलवार देर शाम घायलों का कुशलक्षेम पूछने के लिए हमीदिया अस्पताल में पहुंचे थे।

जब फैक्ट्री में धमाका हुआ तो उस दौरान वहां, 500 से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे थे। धमाका इतना जबरदस्त था कि न्यायालय में सुनवाई कर रहे मजिस्ट्रेट भी कोर्ट छोड़ बाहर निकाल गए थे। बचाव अभियान के लिए सेना की मदद ली गई। धमाके को लेकर एक चश्मदीद ने जानकारी दी कि धमाकों की आवाज इतनी तेज थी कि कान के पर्दे फटने का डर लगने लगा था।

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