ताज़ा खबरें
दिल्ली:टूटा गर्मी का 14 साल पुराना रिकॉर्ड, लू का ऑरेंज अलर्ट जारी
स्वाति मालीवाल ने अपनी एक्स प्रोफाइल से हटाई केजरीवाल की फोटो
नेपाल ने भी दो भारतीय मसालों 'एवरेस्ट और एमडीएच' को किया बैन
लोकसभा चुनाव में बीजेपी 220 से कम सीटों पर सिमट जाएगी:केजरीवाल

नई दिल्ली: सरकार ने प्याज पर तत्काल प्रभाव से 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगा दिया है। यह शुल्क अभी तुरंत से लागू हो गया है और 31 दिसंबर 2023 तक लागू रहेगी। सरकार ने इसको लेकर एक नोटिफिकेशन जारी की है।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुलेटिन में कहा है कि अगस्त में टमाटर की कीमतों में और तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि हालिया आंकड़ों में टमाटार की कीमतों में कुछ गिरावट देखने को मिली है। कई रिपोर्ट में यह माना गया है कि सितंबर के महीने में प्याज की कीमतों में भी उछाल देखने को मिल सकता है। प्याज की कीमत 50 रुपये से 60 रुपये तक होने की संभावना है।

कई व्यापारियों का कहना है कि खराब गुणवत्ता वाले प्याज की बड़ी हिस्सेदारी के अलावा, अन्य सब्जियों में उच्च मुद्रास्फीति भी प्याज की कीमतों को ऊपर उठाने के लिए जिम्मेदार है।

पिछले हफ्ते, सरकार ने अक्टूबर में प्याज की तत्काल रिहाई का एलान किया है। सरकार बफर स्टॉक से प्याज की तत्काल रिहाई करेगा। यह फैसला नई फसलों के आने तक कीमतों को कंट्रोल करने के लिए लिया गया है।

नई दिल्ली: पिछले महीने खुदरा मुद्रास्फीति 15 महीने के उच्चतम स्तर 7.44 प्रतिशत पर पहुंच गई है। टमाटर समेत खाने-पीने की चीजों की कीमतों में तेज उछाल के चलते जुलाई 2023 में खुदरा महंगाई दर फिर से बढ़कर लंबी छलांग लगाते हुए 7 फीसदी के पार जा पहुंची है। सीपीआई इंफ्लेशन जुलाई में 7.44 फीसदी रही है जो जून 2023 में 4.81 फीसदी रही थी। जुलाई में खुदरा महंगाई दर आरबीआई के टोलरेंस बैंड के अपर स्लैब 6 फीसदी के पार जा पहुंची है। आंकड़ों के मुताबिक शहरी इलाकों में खुदरा महंगाई दर 7.63 फीसदी रही है, जबकि ग्रामीण इलाकों में 7.20 फीसदी रही है।

सांख्यिकी मंत्रालय ने खुदरा महंगाई दर को लेकर जो डेटा जारी किया है। उसके मुताबिक जुलाई में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है। जुलाई में खाद्य महंगाई दर 11.51 फीसदी रही है जो जून में 4.49 फीसदी रही थी। यानि एक ही महीने में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में दोगुनी से ज्यादा उछाल देखने को मिली है।

नई दिल्ली: रेस्टोरेंट में वसूला जाने वाला सर्विस चार्ज एक बार फिर चर्चा में आ गया है। अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। खाने के बाद आने वाले बिल की फाइनल अमाउंट देखकर लोग पेमेंट कर देते हैं। लेकिन अभी भी बहुत से होटल और रेस्टोरेंट्स में ग्राहकों से सर्विस चार्ज वसूला जा रहा है। अभी 2 दिन पहले ही दिल्ली हाईकोर्ट ने सर्विस चार्ज को लेकर होटल और रेस्टोरेंट की 2 इकाइयों पर 2 लाख का जुर्माना भी लगाया है।

आज इस मुद्दे पर चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है। सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने कहा कि जीएसटी आने के बाद सर्विस चार्ज वसूलना ठीक नहीं है। वैट के समय कई टैक्स थे, तब अलग बात थी। मगर, जब जीएसटी आया, तो कहा गया कि ये वन नैशन, वन टैक्स है। ऐसे में अब इस तरह का अतिरिक्त बोझ ग्राहकों पर डालना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि इस पर वित्त मंत्री को स्पष्ट गाइडलाइन जारी करनी चाहिए। वरना, जीएसटी का उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है। एक ही चीज या सर्विस पर दो शुल्क नहीं लगने चाहिए।

नई दिल्ली: जून 2023 में सीपीआई आधारित खुदरा महंगाई दर में बढ़त दर्ज की गई है। सीपीई खुदरा महंगाई दर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार सीपीआई महंगाई मई महीने के 4.31% के मुकाबले जून में खुदरा महंगाई 4.81 प्रतिशत पर पहुंच गई। जून महीने में शहरी महंगाई दर 4.33% से बढ़कर 4.96% जबकि ग्रामीण महंगाई दर 4.23% से बढ़कर 4.72% पर पहुंच गई है। इस महीने खाद्य महंगाई दर 2.96% से बढ़कर 4.49% रही।

जून में सब्जियों की कीमतों में इजाफा, बिजली ईंधन और हाउसिंग सस्ता

खुदरा महंगाई बढ़ने का बड़ा कारण इस बार सब्जियों की कीमतों में इजाफा होना रहा है। सब्जियों के मामले में भी इस बार खुदरा महंगाई बढ़ी है। सब्जियों की महंगाई दर मासिक आधार पर -8.18% से बढ़कर -0.93% हो गई है। दूसरी ओर, बिजली ईंधन की महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है और मई महीने की तुलना में जून में यह 4.64% से घटकर 3.92% हो गई। हाउसिंग क्षेत्र की खुदरा महंगाई दर 4.84% से घटकर 4.56% रह गई।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख