ताज़ा खबरें
प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी लोकसभा सीट के लिए दाखिल किया नामांकन

ताइपे: ताइवान के पूर्वी हिस्से में जोरदार भूकंप आया है। जिसके बाद दक्षिणी जापान के कुछ हिस्सों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 7.4 थी, जिसका केंद्र ताइवान के हुआलिएन शहर से 18 किलोमीटर (11 मील) दक्षिण में 34.8 किलोमीटर की गहराई पर था। जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने भूकंप की तीव्रता 7.7 बताई है। ताइवान में आए भूकंप में अब कम से कम चार लोगों के मारे जाने की खबर है। राष्ट्रीय अग्निशमन एजेंसी ने बताया कि हुआलीन काउंटी में चार लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए हैं।

ताइवान में आया भूकंप इतना जोरदार था कि इससे जापान के दक्षिणी द्वीप बुरी तरह हिल गए। इस भूंकप से जापान के दक्षिणी द्वीप पर बड़ी तबाही हुई है। यहां कई इमारतें ध्वस्त हो गई। हालांकि प्रभावित लोगों को घर नहीं छोड़ने की चेतावनी दी गई है। एनएचके पर एक एंकर ने कहा, "सुनामी आ रही है, कृपया तुरंत खाली कर दें।" "मत रुको, वापस मत जाओ।"

ताइवान में अक्सर भूकंप आते रहते हैं क्योंकि यह द्वीप दो टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन के पास स्थित है।

सितंबर 1999 में ताइवान में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें द्वीप के इतिहास की सबसे घातक प्राकृतिक आपदा में लगभग 2,400 लोग मारे गए। जापान में हर साल लगभग 1,500 झटके महसूस होते हैं। विशेष निर्माण तकनीकों और सख्त भवन नियमों के कारण जापान और ताइवान में आमतौर पर बड़े भूकंपों से भी कम नुकसान होता है। वहीं जापान ने जरूरत पड़ने पर लोगों को सचेत करने और निकालने के लिए तकनीक भी विकसित की है।

जापान का अब तक का सबसे बड़ा भूकंप मार्च 2011 में जापान के उत्तर-पूर्वी तट पर आया था, जिसके कारण सुनामी आई और लगभग 18,500 लोग मारे गए या लापता हो गए।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख