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पणजी: गोवा में मुख्यमंत्री को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विश्वजीत राणे ने गोवा के राज्यपाल से मुलाकात की। राणे ने एनडीटीवी से बात करते हुए इसे 'निजी मुलाकात' बताया है। (भाजपा) नेता विश्वजीत राणे को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताया जा रहा है। हालांकि भाजपा सूत्रों का कहना है कि उन्हें इस मुलाकात की कोई जानकारी नहीं है। उनसे जब विधानसभा चुनाव की मतगणना वाले दिन पूछा गया था कि क्या प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री के तौर पर काम करना जारी रखेंगे तो उन्होंने कहा था कि यह संवेदनशील सवाल है और वो इस बारे में कुछ नहीं जानते हैं।

गोवा में भाजपा ने 40 सीटों में से 20 सीटें जीती हैं और उसे कुछ निर्दलीय विधायकों ने भी समर्थन दिया है। प्रमोद सावंत अपनी सीट पर बहुत कम मतों के अंतर से जीत हासिल कर पाए हैं। भाजपा को महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी ने भी समर्थन दिया है। ऐसे में राज्य में दोबारा सरकार बनाने में कोई संशय नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। प्रमोद सांवत राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा पहले ही सौंप चुके हैं।

नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों के आने से दो दिन पहले ही गोवा में सत्ता की दौड़ भाजपा की बड़ी बैठक के साथ हुई, क्योंकि एग्जिट पोल की माने तो गोवा में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत न मिलने की संभावना जताई गई है।

गोवा से जुड़ी अहम जानकारियां:

गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने इसी क्रम में पीएम नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की और उन्हें गोवा में सत्ता में बनाए रखने की पार्टी की संभावनाओं पर चर्चा की। इस मीटिंग के बाद सावंत भाजपा गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक करने के लिए मुंबई पहुंचेंगे। माना जा रहा है कि फडणवीस गठबंधन के लिए महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ बातचीत कर रहे हैं। यही नहीं भाजपा निर्दलीय उम्मीदवारों तक भी अपनी पहुंच रिजल्ट आने से पहले ही बनाए हुए है। हालांकि एमजीपी प्रमोद सावंत का समर्थन करने के लिए इच्छुक नहीं है, जिन्होंने 2019 में मनोहर पर्रिकर की मृत्यु के बाद मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने के बाद पार्टी को छोड़ दिया था।

पणजी: गोवा में 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए सोमवार को हुए चुनाव में 78.94 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। राज्य में मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ और किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गोवा में मतदान संपन्न होने के साथ ही 301 उम्मीदवारों की हार-जीत ईवीएम में कैद हो गई है जिसका फैसला 10 मार्च को मतगणना से होगा।

पणजी में प्रेसवार्ता के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुणाल ने कहा कि प्रदेश में सांखालिम (उत्तरी गोवा) विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 89.61 प्रतिशत जबकि दक्षिणी गोवा की बेनौलिम सीट पर सबसे कम 70.20 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। उन्होंने कहा कि गोवा में 78.94 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। अधिकारी ने कहा, 'यह मतदान का एक संभावित प्रतिशत है जबकि सटीक आंकड़ा बाद में उपलब्ध होगा।'

मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम छह बजे खत्म हुआ। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।

पणजी: गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बड़े बेटे उत्पल पर्रिकर ने कहा कि राज्य में उनके पक्ष में मौन लहर है। उन्होंने कहा कि 2019 में उनके पिता की मृत्यु के बाद वह पंसदीदा उम्मीदवार थे, लेकिन स्थानीय राजनीति के कारण भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था। वह पणजी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा।

भाजपा के पणजी के अलावा उन्हें अन्य तीन स्थान से टिकट की पेशकश करने के सवाल पर उत्पल पर्रिकर ने कहा कि लड़ाई कभी सीट के विकल्प के लिए नहीं थी। पर्रिकर अब पणजी से भाजपा के मौजूदा विधायक अतनासियो मोनसेरेट के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं।

2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस की टिकट पर मोनसेरेट ने भाजपा उम्मीदवार को मात दी थी।

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