ताज़ा खबरें
दिल्ली:टूटा गर्मी का 14 साल पुराना रिकॉर्ड, लू का ऑरेंज अलर्ट जारी
स्वाति मालीवाल ने अपनी एक्स प्रोफाइल से हटाई केजरीवाल की फोटो

नई दिल्ली: चंडीगढ़ शहर से गुजरने वाले हाईवे को डिनोटिफाई करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एनजीओ एराइव सेफ इंडिया की याचिका खारिज कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश से दूसरे राज्यों में भी असर पड़ेगा जहां हाईवे शहर से होकर सिटी रोड की तरह गुजरते हैं। मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा अगर स्टेट हाईवे सिटी को डिनोटिफाई किया गया है, तो इसमें कुछ गलत नहीं है। क्योंकि शहर में तेज रफ्तार से गाड़ियां नहीं चलतीं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा हमारा आदेश बिल्कुल साफ है कि नेशनल और स्टेट हाई वे के 500 मीटर के दायरे में शराब की दुकानें नहीं होंगी। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की थी कि अगर कोई स्टेट हाईवे सिटी के बीच से होकर गुजरता है और अगर उसे डिनोटिफाई किया जाता है तो पहली नजर में गलत नहीं होगा. क्योंकि शहर के बीच से गाड़िया आम तौर पर धीमी रफ्तार से चलती हैं। सिटी के अंदर के हाईवे और सिटी के बाहर के हाईवे में बहुत अंतर है। हाईवे का मतलब है जहां तेज रफ्तार में गाड़ियां चलती हों।

चंडीगढ़: चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के गठबंधन ने 26 में से 20 सीटों पर जीत दर्ज कर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। चुनाव कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि भाजपा ने 20, विरोधी दल कांग्रेस ने चार और निर्दलीय ने एक वार्ड में जीत हासिल की है। जीत दर्ज करने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा के मेयर अरूण सूद और कांग्रेस के देविंदर सिंह बाबला शामिल हैं। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में कुल 59.54 प्रतिशत मतदान हुआ। नोटबंदी के बाद भाजपा और कांग्रेस के लिए 26 वार्डों में हुए ये नगर निगम चुनाव उनके प्रदर्शन को आंकने की एक बड़ी कसौटी थे। निर्दलीय 67 उम्मीदवारों सहित कुल 122 उम्मीदवार चुनाव में खड़े हुए थे। वहीं 2,37,374 महिलाओं सहित कुल 5,07,627 मतदाता थे। इस चुनाव में कुल 122 उम्मीदवार थे जिसमें से 67 निर्दलीय थे। चुनाव में भाजपा को 57 फीसदी वोट मिले। नोटबंदी के बाद आ रहे इन नतीजों से बीजेपी का उत्साहित होना लाजिमी है। गौरतलब है कि पिछली बार भाजपा ने इस चुनाव में 10 सीटें जीती थी और इस बार दोगुनी सीटों पर जीत हासिल की।

चंडीगढ़: प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध नकदी बरामदी अभियान के तहत यहां एक प्रमुख दर्जी के पास से तकरीबन 30 लाख रूपए नकद और 2.5 किलो सोना बरामद किया है।यहां एक कपड़ा व्यापारी के पास से 2.19 करोड़ रूपए बरामद करने के तीन दिन बाद प्रवर्तन निदेशालय अधिकारियों ने यह जब्ती की है। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने इस संबंध में मिली एक जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए मोहाली :पंजाब: और सेक्टर 22 में महाराज दर्जी परिसर में छापा मारा। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि जब्त की गई राशि में दो हजार के नए नोटों में 18 लाख रूपए शामिल है। बाकि राशि 100 और 50 के नोटों में है।उन्होंने बताया कि ईडी जांच कर रही है कि नोटों को कैसे बदला गया और किसके मार्फत बदला गया। दुकान के मालिकों ने सोना भी खरीदा था। उन्होंने कथित तौर पर 44,000 रूपए प्रति 10 ग्राम की कीमत पर 2.5 किलो सोना खरीदा था। अधिकारी दुकान के बिल रिकाडरें की जांच भी कर रहे हैं।

चंडीगढ़: नोटबंदी के बीच हवाला कारोबार का पता लगाने के अपने अभियान के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज (बुधवार) यहां एक कपड़ा कारोबारी के परिसरों और कुछ अन्य जगहों से 2.20 करोड़ रुपये जब्त किए। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी के अधिकारियों को ऐसी सूचना मिली थी कि बड़ी संख्या में गैरकानूनी नोटों को छिपाया गया है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने कपड़ा व्यापारी के परिसर और अन्य जगहों पर छापेमारी की। ईडी ने बताया कि करीब 2.20 करोड़ रूपये के नोट जब्त हुए हैं जिसमें 18 लाख रूपये के नये नोट, सौ-सौ रूपये के नोट में 52 लाख रूपये जबकि बाकी की राशि अन्य पुराने नोटबंदी वाले नोटों में मिली है। चंडीगढ़ के पुलिस उपअधीक्षक (मध्य) राम गोपाल ने कहा कि ईडी के उपनिदेशक गुरनाम सिंह के नेतृत्व में एक दल ने यहां सेक्टर 22 में इंद्रपाल महाजन के घर पर छापेमारी की और बड़ी राशि की अवैध नकदी बरामद की। गोपाल ने कहा, ‘ईडी के दल ने देर रात करीब एक बजे इंद्रपाल महाजन के पास से दो करोड़ 19 लाख 35 हजार 500 रूपये की कुल नकदी जब्त की।’ उन्होंने कहा कि जब्तगी में डेढ करोड़ रूपये के पुराने प्रचलन से बाहर हुए नोट जबकि 69 लाख 35 हजार 500 रूपये के नये नोट बरामद हुए। महाजन के खिलाफ भादंसं की धाराओं 409 (लोक सेवक, बैंककर्मी, कारोबारी या एजेंट द्वारा विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी) और 120 बी (साजिश) तथा भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धाराओं 7 और 13 के तहत मामला दर्ज किया गया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख