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हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले के भीमावरम का वीडियो सामने आया है। जिसमें एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र को हॉस्टल के कमरे के अंदर बेरहमी के साथ पीटा जा रहा है। वीडियो में छात्र पीटने वालों से रहम की भीख मांगता हुआ दिख रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद कॉलेज के चार छात्रों को गिरफ्तार किया गया है।

वीडियो में देखा जा सकता है कि छात्र हमलवारों से माफी मांग रहा है और रहम की भीख मांगता हुआ दिख रहा है। लेकिन वे लगातार उसे पीट रहे हैं। छात्र की शर्ट भी फटी हुई दिख रही है। पीड़ित और सभी आरोपी छात्र एसआरकेआर इंजीनियरिंग कॉलेज में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहे हैं। घटना कथित तौर पर कुछ दिन पहले की बताई जा रही है।

पीड़ित छात्र अंकित के पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने अंकित को लोहे के बक्से, लाठी और पीवीसी पाइप से पीटा हैं। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इसके पीछे क्या कारण है।

नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने वाईएसआर कांग्रेस के उस फैसले पर स्थिति साफ करने को कहा जिसके तहत मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को स्थाई अध्यक्ष बनाए रखने के लिए पार्टी के संविधान में बदलाव किया गया है। चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों में कहा गया है कि राजनीतिक दलों को अध्यक्ष चुनने के लिए एक निश्चित समय सीमा के भीतर चुनाव कराना होता है। ऐसे में पार्टी संविधान में संशोधन करके सीएम को पार्टी का अध्यक्ष बनाए रखना नियमों का उल्लंघन करने जैसा है।

आयोग ने कहा कि इस तरह की प्रक्रिया ऐसे किसी भी प्रयास या यहां तक ​​कि किसी भी संगठनात्मक पद के स्थायी प्रकृति के होने के संकेत को स्पष्ट रूप से खारिज करता है। इसे "स्वाभाविक रूप से लोकतंत्र विरोधी माना जा सकता है। आयोग ने आज कहा कि कोई भी कार्रवाई जो चुनावों की आवधिकता से इनकार करती है, आयोग के मौजूदा निर्देशों का पूर्ण उल्लंघन है। आयोग ने अपने आदेश में दृढ़ता से कहा है कि ऐसी कोई भी कार्रवाई जो किसी भी पद के लिए चुनाव प्रक्रिया को ठुकराती है, स्वाभाविक रूप से अलोकतांत्रिक है।

विजयवाड़ा: भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) एनवी रमना ने शनिवार को कहा कि अगर लोगों का न्यायपालिका में विश्वास खत्म हो जाता है, तो लोकतंत्र का अस्तित्व ही दांव पर लग जाएगा। सीजेआई एनवी रमना ने आगे कहा कि यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि लोगों का न्यायपालिका में विश्वास न टूटे। भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना का ये बयान उस वक्त आया है। जब वह अगले सप्ताह रिटायर होने वाले हैं।

दरअसल, न्यायमूर्ति एनवी रमना आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में विजयवाड़ा कोर्ट परिसर के उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे। सीजेआई एनवी रमना ने कहा कि अगर लोगों का न्यायपालिका पर से भरोसा उठ गया तो लोकतंत्र का अस्तित्व ही दांव पर लग जाएगा। सीजेआई ने कहा कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान न्यायाधीशों और 250 से अधिक उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रिक्त पदों को भरने पर ध्यान केंद्रित किया। सीजेआई ने कहा कि न्यायाधीशों के रिक्त पदों को भरना और बुनियादी ढांचे में सुधार उनके डेढ़ साल के कार्यकाल के दौरान उनके एजेंडे में शीर्ष पर थे।

हैदराबाद: आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस की मेगा मीटिंग के पहले दिन नाटकीय घटनाक्रम सामने आया, जब पार्टी की मानद अध्‍यक्ष वाईएस विजयलक्ष्‍मी, जिन्‍हें लोग विजयम्‍मा के नाम से पुकारते हैं, ने कहा है कि वे पद छोड़ रही हैं। विजयलक्ष्‍मी ने कहा कि वे पड़ोसी राज्‍य तेलंगाना में अपनी बेटी वाईएस शर्मिला के नेतृत्‍व वाले राजनीतिक अभियान से जुड़ने जा रही हैं। गौरतलब है कि शर्मिला की पार्टी के अपने भाई के संगठन से 'ठंडे' रिश्‍ते हैं। यह एलान गुरुवार को पार्टी के अधिवेशन में वाईएस विजयलक्ष्‍मी ने भाषण के अंत में किया, कार्यक्रम में उनके बेटे और आंध्र के सीएम वायएस जगनमोहन रेड्डी भी उपस्थित थे।

वाईएस विजयलक्ष्‍मी ने कहा, "बेटी वाईएस शर्मिला के साथ खड़े होने को लेकर ढेर सारी अटकलें, अफवाहें और अनावश्‍यक विवाद था, जो तेलंगाना के लोगों के लिए वाईएस राजशेखर रेड्डी के सपनों को पूरा करने के लिए अकेले संघर्षरत हैं। इसलिए परिवार के अंदर मतभेदों को लेकर अनावश्‍यक विवाद को खत्‍म के लिए मैंने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी छोड़ने का फैसला किया है।"

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