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पलक्‍कड़ (केरल): पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट कर्नल ईके निरंजन को मंगलवार को उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्‍मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। शहीद निरंजन का केरल के पल्लकड़ में उनके पैतृक गांव में आज अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्‍हें आज नम आखों से अंतिम विदाई दी गई। वहीं, निरंजन के अंतिम दर्शन करने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। गृहनगर लाए जाने पर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। उन्हें श्रंद्धाजलि देने वालों में केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी के साथ काफी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद थे। इससे पहले, सोमवार को आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट कर्नल ईके निरंजन का शव उनके पैतृक गांव लाया गया। अधिकारी का पार्थिव शरीर एक विशेष हेलीकॉप्टर में बेंगलुरु से उनके पैतृक गांव एलमबुलासेरी लाया गया। निरंजन का पार्थिव शरीर बेंगलुरू में उनके घर पहुंचा तो परिवार औऱ रिश्तेदारों के अलावा आस पास के लोग भी उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। एनएसजी के बम निरोधक दस्ते में शामिल 32 वर्षीय निरंजन कल पठानकोट वायुसेना स्टेशन में एक आईईडी को निष्क्रिय करते समय शहीद हो गए थे। वह आतंकी हमले में शहीद हुए सात सुरक्षाकर्मियों में शामिल थे। लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन ई कुमार का जन्म बेंगलुरु में हुआ लेकिन मूल रूप से उनका परिवार केरल का रहने वाला था। शहीद निरंजन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी लेकिन वो सेना में भर्ती होना चाहते थे। 2004 में उन्हें ये मौका मिला। 2 साल पहले ही निरंजन एनएसजी की टीम से जुड़े, इस बात से वो बेहद खुश थे। लेकिन पठानकोट में एनएसजी के ऑपरेशन के दौरान ही वो शहीद हो गए। कर्नाटक सरकार ने शहीद निरंजन के परिवार को 30 लाख रुपए देने का एलान किया है।

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