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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): तेलंगाना में कांग्रेस को भारी जीत दिलाने वाले रेवंत रेड्डी को मंगलवार शाम औपचारिक रूप से कांग्रेस विधायक दल का नेता चुन लिया गया। इससे पहले दिल्ली में हुई कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शपथ समारोह गुरुवार को होगा। रेवंत रेड्डी के नाम का एलान होते ही सीएम पद को लेकर चल रहे तमाम अटकलों पर विराम लग गया।

तेलंगाना विधानसभा चुनाव के पूरे कैंपेन और जीत के बाद साफ हो गया था कि तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख रेवंत रेड्डी ही सीएम फेस हैं। रेवंत रेड्डी तेलंगाना में कांग्रेस के इलेक्शन कैंपेन का चेहरा और आवाज थे। उन्हें राहुल और प्रियंका गांधी का समर्थन भी था। ऐसे में वो अघोषित रूप से सीएम कैंडिडेट थे।

रेवंत रेड्डी ने अपने करीबियों को उम्मीदवार बनाने में कड़ी मेहनत की थी। वह अच्छी तरह जानते थे कि अगर उनके पास पर्याप्त संख्याबल नहीं है, तो उन्हें अपनी ही पार्टी में कोई मौका नहीं मिलेगा। अब उनके समर्थकों का कहना है कि रेवंत रेड्डी के पास करीब 42 विधायक हैं।

हैदराबाद: तेलंगाना में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के नाम तय कर लिए हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी राज्य के अगले मुख्यमंत्री होगे। सूत्रों ने ये जानकारी दी है। तेलंगाना की कुल 119 सीटों में 64 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। बीआरएस ने 39 और बीजेपी ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की है।

यहां सरकार बनाने के लिए किसी भी एक पार्टी को 60 सीटों की जरूरत होती है। कांग्रेस को 39.40 फीसदी, बीआरएस को 37.35 फीसदी और बीजेपी को 13.90 फीसदी वोट मिले हैं।

रेवंत रेड्डी ने कोडंगल विधानसभा क्षेत्र से भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के पी नरेंद्र रेड्डी को 32000 से अधिक मतों के अंतर से हराया है। विधानसभा चुनाव रिजल्ट के बाद से ही रेवंत सीएम के रेस में सबसे आगे चल रहे हैं।

विधानसभा चुनाव रिजल्ट के बाद कांग्रेस नेताओं ने रविवार (3 दिसंबर) शाम को राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके बाद सोमवार (4 दिसंबर) को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में पार्टी अध्यक्ष खड़गे को कांग्रेस विधायक दल का नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया गया।

हैदराबाद: तेलंगाना के मेडक जिले में भारतीय वायु सेना का एक ट्रेनी विमान सोमवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें दो पायलटों की मौत हो गई। दुर्घटना के कारण का पता अभी नहीं चल पाया है। वहीं, इसका पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना जिले के तूपरन मंडल में हुई। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के वक्त विमान में एक ट्रेनर और एक ट्रेनी पायलट मौजूद थे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि विमान ने हैदराबाद के समीप दुंडिगल में एयर फोर्स ।केडमी (एएफए) से उड़ान भरी थी। उन्होंने बताया कि एएफए प्राधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

भारतीय वायु सेना ने कहा कि विमान ने ट्रेनिंग रूटीन के लिए हैदराबाद स्थित एयर फोर्स एकडमी (एएफए) से उड़ान भरी थी, तभी यह दुर्घटना हुई। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर एक ट्रेनर और एक ट्रेनी पायलट विमान के अंदर थे और उन दोनों की मौत हो गई। भारतीय वायु सेना ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यह जानकारी दी।

नई दिल्ली: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में मतदान से कुछ ही घंटे पहले, आंध्र प्रदेश ने कृष्णा नदी पर बने नागार्जुन सागर बांध को अपने कब्जे में ले लिया और पानी छोड़ना शुरू कर दिया। जिस वजह से दोनों राज्यों के बीच तनाव पैदा हो गया। गुरुवार देर रात 2 बजे के करीब जब तेलंगाना के अधिकांश अधिकारी चुनावी व्यवस्था में व्यस्त थे, इस दौरान आंध्र प्रदेश के करीब 700 पुलिसकर्मियों ने बांध पर धावा बोलकर राइट कैनाल खोलकर घंटे 500 क्यूसेक पानी छोड़ दिया।

हमने उतना ही पानी लिया, जो हमारा है: सिंचाई मंत्री

आंध्र प्रदेश के सिंचाई मंत्री अंबाती रामबाबू ने गुरुवार सुबह एक्स पर एक मैसेज पोस्ट कर कहा, "हम पीने के पानी के लिए कृष्णा नदी के नागार्जुन सागर बांध के राइट कैनाल से पानी छोड़ रहे हैं।" इसके साथ ही मंत्री ने स्पष्ट किया कि उन्होंने सिर्फ उतना ही पानी लिया है, जो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच समझौते के मुताबिक है।

सिंचाई मंत्री रामबाबू ने मीडिया से कहा, "हमने किसी भी समझौते का उल्लंघन नहीं किया। कृष्णा नदी का 66% पानी आंध्र प्रदेश का है और 34% तेलंगाना का है।

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