ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया सऊदी अरब यात्रा के बारे में एक शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञ का कहना है कि इससे पाकिस्तान को परेशानी हो सकती है, क्योंकि आर्थिक और रणनीतिक अवसर भारत को तेल समृद्ध खाड़ी देश के करीब ला रहे हैं। अमेरिकी थिंक टैंक इंडिया इनिशिएटिव ऑफ दी हडसन इंस्टीट्यूट की अपर्णा पांडे ने कहा, 'सालों तक सऊदी अरब को एक प्रमुख सहयोगी और आर्थिक मददगार मानने वाले पाकिस्तान को अब लग सकता है कि वह अपने प्रतिद्वंद्वी भारत के हाथों अपने इस संरक्षक को खो रहा है। मोदी पिछले हफ्ते सरकारी यात्रा पर रियाद पहुंचे थे और इस यात्रा का राजनयिक महत्व था।' पांडे ने कहा कि पीएम मोदी की यात्रा और उनका गर्मजोशी से किया गया स्वागत पाकिस्तानी नेताओं को यह याद दिलाता है कि अंतरराष्ट्रीय संबंध राष्ट्रीय हितों पर टिके होते हैं, केवल धर्म आधारित विचारधारा पर नहीं।' उन्होंने कहा, 'आर्थिक और रणनीतिक मुद्दे भारत और सऊदी अरब को करीब ला रहे हैं, वैसे ही जैसे ये दोनों क्षेत्र भारत और अन्य देशों के संबंधों को आगे बढ़ा रहे हैं।'

रेकजाविक: ‘पनामा पेपर्स’ वित्तीय दस्तावेज लीक के बाद पहली बड़ी राजनीतिक घटना के तहत आईसलैंड के प्रधानमंत्री सिगमुंदुर डेविड गुनलौगसन ने इस्तीफा दे दिया है। उनकी पार्टी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। प्रोग्रेसिव पार्टी के उप नेता और कृषि मंत्री सिगुरदुर इंगी जोहानसन ने एक सीधे प्रसारण में बताया, प्रधानमंत्री ने (अपनी पार्टी के) संसदीय समूह की बैठक में कहा कि वह प्रधानमंत्री के तौर पर इस्तीफा देंगे और मैं इस पद को संभालूं।'

वाशिंगटन: परमाणु जखीरे में कटौती की अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मांग पर भारत की आलोचना के बाद अब व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका को भारत जैसे अपने निकट सहयोगियों की सुरक्षा चिंताओं का एहसास है। इसके साथ ही, व्हाइट हाउस ने यह भी कहा कि वह दक्षिण एशिया में परमाणु और मिसाइल विकास और परमाणु जखीरे पर ओबामा की चिंताओं का समर्थन करता है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘दक्षिण एशिया में परमाणु एवं मिसाइल विकास को लेकर हमें जो चिंताएं हैं राष्ट्रपति की टिप्पणी उनसे प्रेरित थीं। हम हथियारों के बढते जखीरे, विशेष रूप से युद्धक्षेत्र में इस्तेमाल के लिए डिजाइन किए गए गैर-सामरिक परमाणु हथियारों से सुरक्षा की बढ़ती चुनौतियों को लेकर खास तौर पर चिंतित हैं।’ उन्होंने कहा कि ये प्रणालियां चिंता का विषय हैं क्योंकि उनके आकार और तैनाती की जरूरत के कारण उन के चोरी होने का खतरा है। इन छोटे हथियारों के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान के बीच किसी पारंपरिक युद्ध में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल भी होने का खतरा बढ़ गया है।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) नसीर खान जंजुआ ने मंगलवार को कहा कि भारत के बढ़े हुए सैन्य खर्च और सामरिक हथियारों का बढ़ता जखीरा उनके देश और क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है। एनएसए ने कहा कि पश्चिमी देश चीन विरोधी साझा नीति के चलते भारत के साथ बेहतर संबंध चाहते हैं जबकि तथ्य यह है कि एक शांतिपूर्ण क्षेत्र और दुनिया चीन के हित में है और चीन का इनमें से किसी देश के प्रति गलत इरादा नहीं है। उन्होंने ‘वैश्विक शांति एवं सुरक्षा को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की भूमिका’ विषय पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘पाकिस्तान एक शांतिप्रिय देश है, लेकिन क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देने की उसकी कोशिश को सैन्य और सामरिक हथियार हासिल करने की भारतीय आकांक्षा बाधित कर रही है।' जंजुआ ने दावा किया कि भारत अपने हथियार बढ़ा रहा है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा है जो शांति एवं सुरक्षा के लिए अहम है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख