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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान में शुक्रवार को हुए एक आतंकी हमले में 25लोगों की मौत हो गई। आतंकियों के निशाने पर पाकिस्तानी सीनेट के उपाध्यक्ष मौलाना अब्दुल गफूर हैदरी थे, जिन्हें भी चोटें लगी हैं। पुलिस के मुताबिक, मस्तुंग इलाके से हैदरी जैसे ही एक मस्जिद से बाहर निकलकर कार में बैठने वाले थे, किसी ने खुद को धमाके से उड़ा लिया। हमले में 35 लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें 15 की हालत गंभीर बनी हुई है। हालांकि हैदरी को मामूली चोटें लगी हैं। हैदरी मौलाना फजलुर रहमान की पार्टी जमीयत उलेमा ए इस्लाम फजल के नेता हैं। मारे गए ज्यादातर लोगों में पार्टी कार्यकर्ता हैं। सीनेट अध्यक्ष रजा रब्बानी ने कहा कि यह आत्मघाती हमला था, जिसका निशाना हैदरी थे। रब्बानी ने बलूचिस्तान के मुख्य सचिव से बात की और हैदरी को हेलीकॉप्टर से क्वेटा लाने का आदेश दिया। सिविल अस्पताल में भर्ती हैदरी ने कहा कि धमाका काफी जोरदार था और उन्हें बेकसूर लोगों के मारे जाने का अफसोस है। धमाके में उनका ड्राइवर मारा गया। मस्तुंग के डीएसपी गजनफर अली ने कहा कि हैदरी बच गए, क्योंकि धमाके के वक्त वह कार में बैठे नहीं थे। अभी किसी आतंकी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में सुरक्षाबलों और सेना ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन रद्द उल फसाद चलाया हुआ है। लाल शाहबाज मस्जिद के साथ जनवरी और फरवरी में हुए कई बड़े आतंकी हमलों के बाद यह ऑपरेशन छेड़ा गया था।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान में शुक्रवार को हुए एक आतंकी हमले में 25लोगों की मौत हो गई। आतंकियों के निशाने पर पाकिस्तानी सीनेट के उपाध्यक्ष मौलाना अब्दुल गफूर हैदरी थे, जिन्हें भी चोटें लगी हैं। पुलिस के मुताबिक, मस्तुंग इलाके से हैदरी जैसे ही एक मस्जिद से बाहर निकलकर कार में बैठने वाले थे, किसी ने खुद को धमाके से उड़ा लिया। हमले में 35 लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें 15 की हालत गंभीर बनी हुई है। हालांकि हैदरी को मामूली चोटें लगी हैं। हैदरी मौलाना फजलुर रहमान की पार्टी जमीयत उलेमा ए इस्लाम फजल के नेता हैं। मारे गए ज्यादातर लोगों में पार्टी कार्यकर्ता हैं। सीनेट अध्यक्ष रजा रब्बानी ने कहा कि यह आत्मघाती हमला था, जिसका निशाना हैदरी थे। रब्बानी ने बलूचिस्तान के मुख्य सचिव से बात की और हैदरी को हेलीकॉप्टर से क्वेटा लाने का आदेश दिया। सिविल अस्पताल में भर्ती हैदरी ने कहा कि धमाका काफी जोरदार था और उन्हें बेकसूर लोगों के मारे जाने का अफसोस है। धमाके में उनका ड्राइवर मारा गया। मस्तुंग के डीएसपी गजनफर अली ने कहा कि हैदरी बच गए, क्योंकि धमाके के वक्त वह कार में बैठे नहीं थे। अभी किसी आतंकी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में सुरक्षाबलों और सेना ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन रद्द उल फसाद चलाया हुआ है। लाल शाहबाज मस्जिद के साथ जनवरी और फरवरी में हुए कई बड़े आतंकी हमलों के बाद यह ऑपरेशन छेड़ा गया था।

वाशिंगटन: अमेरिका ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों और मुंबई हमले के षडयंत्रकर्ता हाफिज सईद के जमात-उद दावा समूह पर प्रतिबंध लगाए हैं। यह प्रतिबंध आतंकवादियों के नेतृत्व और धन इकटठा करने वाले नेटवकोर्ं को तबाह करने के प्रयास के लिए लगाया गया है। यह प्रतिबंध लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद दावा, तालिबान, जमात-उल-दावा अल कुरान (जेडीक्यू और इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) और आईएसआईएस खोरासन पर लगाया गया है। खोरासन एक ऐतिहासिक क्षेत्र है जिसमें उत्तरपूवीर् ईरान का बड़ा क्षेत्र, दक्षिणी तुर्कमेनिस्तान, उत्तरी अफगानिस्तान और भारत का हिस्सा शामिल है। यह प्रतिबंध विशेष तौर पर हयातुल्ला गुलाम मोहम्मद (हाजी हयातुल्ला), अली मोहम्मद अबू तुरब, वेलफेयर एंड डेवलपमेंट ऑगेर्नाइजेशन ऑफ जमात-उद-दावा फॉर कुरान एंड सुन्ना :डब्ल्यूडीओ: के लिए कथित तौर पर पैसा इकटठा करने वाले संगठन इनायत-उर रहमान पर लगाया गया है। ट्रेजरी ऑफिस ऑफ फॉरेन असेटस कंट्रोल (ओएफएसी) के निदेशक जॉन स्मिथ ने कहा, इन पाबंदियों को लगाने का उददेश्य पाकिस्तान में मौजूद वित्तीय सहायता नेटवर्क को समाप्त करना है। इन्हीं नेटवकोर्ं ने तालिबान, अलकायदा, आईएसआईएस और लश्कर-ए तैयबा को आत्मघाती हमलावरों की बहाली और अन्य हिंसक गतिविधियां के लिए वित्तीय सहायता मुहैया कराई थी।

वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देते हुए कहा है कि वह संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के जांच दायरे में नहीं हैं। वहीं, एफबीआई के कार्यकारी निदेशक एंड्रयू मैक्कैबे ने गुरुवार को कांग्रेस के समक्ष कहा कि रूस से संबंधित जांच महत्वपूर्ण है और वह इसे जारी रखेंगे। ट्रंप ने एनबीसी न्यूज से कहा कि जेम्स कोमे को एफबीआई के निदेशक पद से हटाने का फैसला अकेले उनका था, जो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अभियान में कथित रूसी हस्तक्षेप और ट्रंप के चुनाव अभियान अधिकारियों तथा रूस के बीच संभावित साठगांठ की जांच कर रहे थे। कोमे को एफबीआई के पद से हटाने के बाद एनबीसी को दिए अपने पहले साक्षात्कार में ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने कोमे से पूछा था कि क्या वह जांच के दायरे में आते हैं? ट्रंप ने कहा कि यदि मैं जांच के दायरे में आता हूं तो मुझे बताएं। उन्होंने कहा कि मैं इसके दायरे में नहीं हूं। पूर्व में व्हाइट हाउस ने कहा था कि कोमे को शीर्ष न्याय अधिकारियों की अनुशंसा पर पद से हटाया गया, लेकिन ट्रंप ने कहा कि उन्होंने खुद उन्हें पद से हटाया, क्योंकि एफबीआई 'मुश्किलों में था।' उन्होंने यह भी कहा कि उनके तथा उनके चुनाव अभियान के किसी भी तरह के ताल्लुक रूस के साथ नहीं थे।

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