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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

लंदन: ब्रिटेन के खुफिया अधिकारियों का कहना है कि देश भर में आतंकवाद के करीब 23,000 संदिग्धों के मौजूद होने की आशंका है। सुरक्षा अधिकारियों के समक्ष यह चुनौती उस वक्त खड़ी हुई है जब हाल ही में मैनचेस्टर में आत्मघाती हमले में 22 लोग मारे गए थे और 119 लोग घायल हो गए थे। इस हमले को लीबियाई मूल का हमलावर सलमान आबिदी ने अंजाम दिया। खबरें हैं कि यह हमलावर पहले से ही खुफिया सेवाओं के रडार पर रहा था और ऐसे में एमआई—5 पर इसका खुलासा करने का दबाव बढ़ गया है कि वे इस हमलावर के बारे में क्या जानते थे। अब सरकार के सूत्रों ने मीडिया से कहा कि उनका मानना है कि करीब 23,000 लोगों का रूझान चरमपंथी गतिविधियों की ओर है और वे ब्रिटेन में रह रहे हैं। उनका कहना है कि इनमें से करीब 3,000 लोगों को खतरे तौर पर देखा जा रहा है और पुलिस एवं खुफिया सेवाओं द्वारा चलाए जा रहे 500 अभियान में इनकी सक्रिय निगरानी की जा रही है। उधर, पुलिस ने मैनचेस्टर में आत्मघाती हमला करने वाले सलमान आबिदी की सुरक्षा कैमरों में कैद हुईं हमले की रात की तस्वीर जारी की है। जांचकतार्ओं ने 22 साल के हमलावर के अंतिम क्षणों की जानकारी दी और लोगों से अपील की कि यदि उन्हें इस हमले के संबंध में उसकी किसी गतिविधि की कोई जानकारी है तो वे इसे साझा करें।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के खिलाफ याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में कहा है कि यदि जासूसी के जुर्म में दोषी ठहराए गया कुलभूषण जाधव अपनी सजाए मौत पलटवाने में नाकाम रहता है तो उसकी सजा की तामील शीघ्र की जानी चाहिए। अधिवक्ता मुजमिल अली ने विपक्ष के नेता एंव पूर्व सीनेट अध्यक्ष फारूक नाइक द्वारा कल एक याचिका दाखिल कराई है। याचिका में संघीय सरकार को यह सुनिश्चित करने के निर्देश देने की मांग की गई है कि अगर जाधव की ओर से कोई अपील लंबित है तो उस पर देश के कानून के अनुरूप शीघ्र कोई निर्णय लिया जाए। डॉन की आज की एक रिपोर्ट के अनुसार याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से यह भी अपील की कि अगर जाधव अपनी सजा को पलटवाने में नाकाम रहता है तो उसकी सजा की तामील शीघ्र की जानी चाहिए। पाकिस्तान का दावा है कि उसके सुरक्षा बलों ने जाधव को तीन मार्च को बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया था। पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने जासूसी के जुर्म में उसे मौत की सजा सुनाई है। अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) ने अपने अंतरिम आदेश के जरिए जाधव पर कोई अंतिम आदेश के पहले उसकी फांसी की सजा की तामील पर रोक लगा दी थी।

इस्लामाबाद: बुरहान वानी के मारे जाने के बाद एक बार फिर पाकिस्तान का कश्मीर के आतंकियों के प्रति प्रेम जाग उठा है। शनिवार को पाकिस्तान ने शीर्ष हिज्बुल कमांडर सबजार अहमद और अन्य आतंकियों के जम्मू एवं कश्मीर में मारे जाने की इस्लामाबाद ने निंदा की है। पाकिस्तान ने इस मामले में हस्तक्षेप कर संयुक्त राष्ट्र व मानवाधिकार संगठनों सहित अंतरार्ष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया। विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने न्यायेतर हत्या का भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने पुलवामा और बारामूला में कल शुक्रवार से 12 कश्मीरी युवकों को मार डाला। उनमें से तीन की न्यायेतर हत्या की गई, जैसा कि हाल के दिनों में कई बार किया जा चुका है। अजीज ने अंतरार्ष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वह असहाय कश्मीरियों की निर्मम हत्या करने से भारत को तत्काल रोके। उल्लेखनीय है कि सबजार 28 को पुलवामा जिले के त्राल कस्बे में एक गांव में चार घंटे चली मुठभेड़ में उसके दो साथियों सहित मार गिराया गया था। उसे बुरहान वानी का उत्तराधिकारी घोषित किया गया था, जिसे पिछले वर्ष आठ जुलाई को मार गिराया गया था। एक अन्य घटना में सेना ने उस समय छह आतंकवादियों को मार गिराया था, जब उन्होंने शनिवार को बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा पर रामपुर सेक्टर में घुसपैठ की एक कोशिश नाकाम की।

लंदन: कम्प्यूटर सिस्टम में गड़बड़ी के बाद शनिवार को ब्रिटिश एयरवेज ने हीथ्रो एयरपोर्ट से अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दीं हैं। एयरवेज ने इस फैसले के बाद अपने सभी यात्रियों से माफी मांगी है। एयरवेज ने कहा कि जितनी जल्दी हो सके इस गड़बड़ी को दूर करने की कोशिश की जा रही है। हीथ्रो एयरपोर्ट ने कहा कि वह ब्रिटिश एयरवेज के साथ मिलकर इस मुद्दे के हल की कोशिश कर रहा है। अभी यह पता नहीं चला है कि कितनी उड़ानें प्रभावित हुई हैं, लेकिन हीथ्रो, गेटविक और बेलफास्ट में एयरलाइंस के यात्रियों ने समस्या का जिक्र किया है। हीथ्रो एयरपोर्ट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ब्रिटिश एयरवेज के कम्प्यूटर सिस्टम में तकनीकी खराबी आने की वजह से सभी सेवाएं बंद कर दी गई हैं। यात्रियों ने असुविधा के बाद सोशल मीडिया पर भड़ास निकाली। उसने पोस्ट किया कि एयरलाइन की वेबसाइट और एप इस्तेमाल किए जाने में सक्षम नहीं है। वे लंबी कतारों में खड़े-खड़े थक चुके हैं, लेकिन एयरवेज की ओर से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। गत वर्ष जुलाई और सितंबर में ब्रिटिश एयरवेज की ऑनलाइन चेकिंग सिस्टम में गड़बड़ी से यात्रियों को मुश्किल आई थी।

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