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न्यूयॉर्क: अमेरिका (यूएसए) में आए तूफान इडा ने भीषण तबाही मचाई है। तूफान की वजह से आई अचानक बाढ़ में न्यूयॉर्क क्षेत्र में गुरुवार को रात भर में कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई। इनमें से कई ऐसे लोग भी शामिल हैं, जो इस "ऐतिहासिक" मौसम की घटना के दौरान अपने तहखाने में कैद थे और बाढ़ की वजह से मारे गए। अधिकारियों ने इस तूफान के लिए जलवायु परिवर्तन को जिम्मेवार ठहराया है।

तूफान की वजह से रिकॉर्ड बारिश हुई, जिसने न्यूयॉर्क शहर में अचानक अभूतपूर्व बाढ़ की स्थिति आ गई। वहां की सड़कें अचानक नदियों तब्दील हो गईं और सब-वे सेवाओं को बंद कर दिया गया क्योंकि सभी जगह पानी भर गया। तूफान की भयावह दृश्य को देखते हुए प्रशासन को आपातकालीन घोषणा करनी पड़ी है।

मेटोडिजा मिहाजलोव, जिनका मैनहट्टन रेस्टोरेंट के बेसमेंट में तीन इंच पानी से भर गया, ने एक समाचार एजेंसी से कहा, "मैं 50 साल का हूं और मैंने कभी भी इतनी बारिश कभी नहीं देखी।" उन्होंने बताया, "यह जंगल में रहने जैसा था, उष्णकटिबंधीय बारिश की तरह। अविश्वसनीय. इस साल सब कुछ बहुत अजीब हो रहा है।"

न्यूयॉर्क: अमेरिका में इडा चक्रवात का कहर अभी थमा नहीं है। सोमवार को लुइसियाना के तट से टकराने के बाद यहां के तटीय क्षेत्रों में हवाओं की रफ्तार 241 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच गई थीं। इसे अमेरिका के सबसे ताकतवर तूफानों में से एक माना गया था। इसकी ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चक्रवात के कमजोर पड़ने के दो दिन बाद भी अमेरिका के कई शहरों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। आलम यह है कि न्यूयॉर्क, मिसिसिप्पी, अलाबामा और फ्लोरिडा जैसे राज्यों में तो सड़कों पर ही तालाब बन गए हैं और लोगों को बचाने के लिए राहत-बचावकर्मी नाव लेकर निकले हैं।

50 हजार बार भर जाएंगे ओलंपिक गेम्स के स्विमिंग पूल

न्यूयॉर्क में बुधवार को ही पांच घंटे के अंदर 17.78 सेंटीमीटर तक पानी गिर गया। अगर आसमान से गिरने वाले इतने पानी की मात्रा निकाली जाए तो पता चलता है कि न्यूयॉर्क में पांच घंटे के अंदर ही करीब 1 लाख 32 हजार करोड़ लीटर पानी गिर गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, इतने पानी से ओलंपिक गेम्स में इस्तेमाल होने वाले स्विमिंग पूल को 50 हजार बार भरा जा सकता है।

काबुल: तालिबान अब काबुल में ईरान की तर्ज पर नई सरकार के निर्माण की घोषणा करने के लिए पूरी तरह तैयार है। संगठन के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा है कि तालिबान के सबसे बड़े धार्मिक नेता मुल्ला हैबतुल्ला अखुंदजादा को अफगानिस्तान का सर्वोच्च नेता बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले तीन दिन में काबुल में नई सरकार बनाने के लिए तालिबान पूरी तरह तैयार है। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में यहां तक दावा किया जा रहा है कि तालिबान कल ही सरकार बनाने का एलान कर सकता है।

मुल्ला अखुंदजादा सर्वोच्च नेता होंगे

नई सरकार में 60 वर्षीय मुल्ला अखुंदजादा तालिबान सरकार के सर्वोच्च नेता होंगे। ईरान में नेतृत्व की तर्ज पर यह व्यवस्था की जाएगी जहां सर्वोच्च नेता देश का सबसे बड़ा राजनीतिक और धार्मिक प्राधिकारी होता है। उसका पद राष्ट्रपति से ऊपर होता है और वह सेना, सरकार तथा न्याय व्यवस्था के प्रमुखों की नियुक्ति करता है। देश के राजनीतिक, धार्मिक और सैन्य मामलों में सर्वोच्च नेता का निर्णय अंतिम होता है।

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आगाह किया है कि अफगानिस्तान में उसका खाद्य भंडार इस महीने खत्म हो सकता है और जरूरतमंद लोगों को भोजन मुहैया कराने के लिए 20 करोड़ डॉलर की तत्काल आवश्यकता है। अफगानिस्तान में विशेष उप प्रतिनिधि और मानवीय समन्वयक रमीज अलकबारोव ने कहा कि देश की कम से कम एक तिहाई संघर्षरत आबादी अभी ‘‘इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं है कि उन्हें रोज भोजन मिलेगा या नहीं।''

उन्होंने काबुल से एक वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में बुधवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘सितंबर के अंत तक विश्व खाद्य कार्यक्रम का देश में जो भंडार है वह खत्म हो जाएगा। हमारा भंडार खत्म हो जाएगा। मौजूदा मांग को पूरा करने के लिए हमें केवल खाद्य क्षेत्र के लिए कम से कम 20 करोड़ डॉलर की आवश्यकता है ताकि जरूरतमंद लोगों को भोजन मुहैया कराया जा सके।''उन्होंने इस बात को लेकर चिंता जताई कि इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ेगा और देश में पांच साल की उम्र के आधे से ज्यादा बच्चे कुपोषित हैं और ‘‘उन बच्चों को भोजन नहीं मिलेगा।''

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