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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

न्यूयार्क: किडनी या किसी और अंग के प्रत्यारोपण में सबसे अधिक खतरा इस बात को लेकर होता है कि यह जिसे दिया जा रहा है उसके शरीर का इम्यून सिस्टम किस तरह का रिएक्शन करता है पाजिटिव या नेगेटिव। न्यूयार्क में एनवाईयू लैंगोन हेल्थ के डाक्टरों ने इस मामले में पूरी तरह सतर्कता बरतते हुए पहले सुअर के जीन में बदलाव किया और फिर उसकी किडनी एक महिला के शरीर में लगायी जिसका नतीजा सफल हुआ।

न्यूयार्क के अस्पताल में किडनी का ट्रांसप्लांटेशन सफल

दरअसल न्यूयार्क के अस्पताल के डाक्टरों की टीम ने महिला के शरीर में सुअर की किडनी प्रत्यारोपित करने में सफलता पाई है। जानवरों से मनुष्यों में अंग प्रत्यारोपण की दिशा में इसे बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, डाक्टरों ने एक ब्रेन डेड महिला में सुअर की किडनी लगाई। महिला को वेंटिलेटर पर रखा गया है। परिवार के लोगों की अनुमति के बाद किडनी प्रत्यारोपण की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया।

वाशिंगटन: दुनियाभर में टीकाकरण अभियान चलाए जाने के बावजूद कोरोना महामारी पर लगाम नहीं लग पा रही है। अभी भी कई मुल्‍कों में कोरोना संक्रमण से बड़ी संख्‍या में लोगों की मौत हो रही है। अमेरिका में अभी भी औसतन डेढ़ हजार मौतें हो रही हैं। रूस में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। डराने वाली खबर ब्रिटेन से आ रही है जहां की आधी से ज्‍यादा आबादी को कोविड रोधी वैक्‍सीन की दोनों डोज लगाए जाने के बावजूद रोजाना 40 हजार से ज्‍यादा केस सामने आ रहे हैं। ब्रिटेन में कोरोना के डेल्‍टा वैरिएंट में भी म्‍यूटेशन हो गया है जिस पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

ब्रिटेन में डेल्‍टा वैरिएंट में बदलाव

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इंग्‍लैंड में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट में नया उत्परिवर्तन हुआ है जो तेजी से फैल रहा है। इसकी निगरानी और आकलन किया जा रहा है। देश की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने कहा है कि डेल्टा के नए वैरिएंट की नियमित तौर पर निगरानी की जा रही है। इसे एवाई.4.2 नाम दिया गया है। यही नहीं डेल्टा के ई-484के और ई-484क्यू वैरिएंट के नए मामले भी आ रहे हैं।

काबुल: अफगानिस्तान में मानवीय सहायता देने के लिए भारत ने सहमति जताई है। इसकी जानकारी तालिबान के प्रवक्ता जबिहुल्लाह मुजाहिद ने बुधवार को दी। उन्होंने कहा कि मास्को फार्मेट डायलाग में भारत ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता उपलब्ध कराने की बात कही है। मुजाहिद ने यह जानकारी ट्विटर हैंडल पर शेयर किया।

तालिबान के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, 'मास्को फार्मेट डायलाग मीटिंग में शामिल भारतीय दूत ने कहा कि अफगानिस्तान की जनता को मानवीय मदद की जरूरत है, देश अभी कठिन हालात से गुजर रहा है। भारत वहां मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए तैयार है।'

विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी जेपी सिंह मास्को फार्मेट डायलाग में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। मुजाहिद के अनुसार, इस्लामिक एमिरात (अफगान) के तालिबान प्रतिनिधि मंडल ने सिंह से मुलाकात की। मुजाहिद ने अपने ट्वीट में बताया, 'उप प्रधानमंत्री मौलवी अब्दुल सलाम हनफी की अगुवाई में उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने अफगानिस्तान के लिए भारत के विशेष प्रतिनिधि जेपी सिंह से मुलाकात की।'

मास्को: अभी तक भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह कहता रहा है कि अफगानिस्तान की धरती से आतंकी दूसरे देशों में प्रवेश कर सकते हैं और इस तरह का खतरा बढ़ता जा रहा है। अब रूस ने भी भारत की इस बात को माना है और तालिबान से दो टूक कहा है कि अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकियों और मादक द्रव्यों का वहां से पड़ोसी देशों में जाने का खतरा पहले से ज्यादा वास्तविक है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यह बात मास्को में अफगानिस्तान पर आयोजित सम्मेलन में कही।

मास्को फार्मेट डायलाग की बैठक में तालिबान के प्रतिनिधियों के अलावा भारत, चीन, ईरान, पाकिस्तान समेत दूसरे देशों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। खबर लिखे जाने तक मास्को में बैठक जारी थी और भारतीय प्रतिनिधिमंडल की तरफ से इसमें क्या कहा गया, यह मालूम नहीं हो सका। लेकिन इस बैठक में शामिल होकर ही भारत ने यह संकेत दिया है कि वह अफगानिस्तान को लेकर होने वाली किसी भी अंतरराष्ट्रीय पहल में हिस्सा बनने का इच्छुक है।

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