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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आस्ट्रेलिया द्वारा आयोजित सिडनी डायलाग को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल युग हमारे चारों ओर सब कुछ बदल रहा है। उन्होंने बिटक्वाइन और क्रिप्टो करेंसी को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि सभी लोकतांत्रिक देशों को क्रिप्टोकरेंसी पर एक साथ काम करने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि यह गलत हाथों में न जाए। इस आयोजन में पीएम मोदी ने भारत के प्रौद्योगिकी अभ्युदय व क्रांति विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। सिडनी डायलाग का आयोजन 17 से 19 नवंबर तक हो रहा है। यह आयोजन आस्ट्रेलियाई रणनीतिक व नीति संस्थान की पहल है।

पीएम मोदी ने कहा, भारत में 5 महत्वपूर्ण परिवर्तन हो रहे हैं। हम दुनिया की सबसे व्यापक सार्वजनिक सूचना अवसंरचना का निर्माण कर रहे हैं...हम 6 लाख गांवों को जोड़ने की राह पर हैं; कोविन और आरोग्य सेतु का उपयोग करके पूरे भारत में टीकों की 110 करोड़ से अधिक खुराक देने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया है।

नई दिल्ली: चीनी सैन्य विकास पर एक वैश्विक शोधकर्ता द्वारा ट्वीट की गई नई सैटेलाइट तस्वीरों में भूटानी क्षेत्र में चीनी गांवों का निर्माण दिखाई दे रहा है। यह क्षेत्र डोकलाम के पास भूटान और चीन के बीच विवादित भूमि पर स्थित है। जिसमें 2020 और 2021 के बीच की अवधि में निर्माण गतिविधि दिखाई गई थीं। अब, लगभग 100 वर्ग किमी के क्षेत्र में कई नए गांव फैले हुए दिखाई दे रहे हैं। चीन द्वारा उठाया गया यह कदम भारत के लिए विशेष रूप से चिंताजनक है, क्योंकि भूटान की सीमाओं की सुरक्षा के लिए भारत वहां एक सीमित सशस्त्र बल रखता है। इसका पड़ोस पर व्यापक भू-रणनीतिक प्रभाव भी पड़ेगा।

चीन-भारत सीमा पर चीनी सैन्य विकास पर मुख्य वैश्विक शोधकर्ताओं में से एक @detresfa ने अपने ट्वीट में लिखा, "डोकलाम के पास #भूटान और #चीन के बीच विवादित भूमि 2020-21 के बीच निर्माण गतिविधि को दर्शाता है। लगभग 100 किमी के क्षेत्र में कई नए गांव फैल गए हैं। क्या यह एक नए समझौते या #चीन के क्षेत्रीय दावों को लागू करने का हिस्सा है?"

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के बाद भारत ने काउंसिल में मंगलवार को पड़ोसी देश पर करारा जवाब दिया। यूएन की इस सिक्योरिटी काउंसिल में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं भारत के परमानेंट यूएन मिशन की काउंसलर/लीगल एडवाइज़र डॉक्टर काजल भट्ट ने इस मुद्दे को फिर से उठाने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की। जम्मू-कश्मीर से आने वाली डॉक्टर भट्ट ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि यूएन के सदस्य इस बात को जानते हैं कि आतंकवादियों को खुलेआम समर्थन देने, उनको सहायता देने और उनको शरण देने का पाकिस्तान का 'पुराना इतिहास और नीति' रही है।

पाकिस्तान की ओर से प्रतिनिधित्व कर रहे मुनीर अकरम की ओर से इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद इस खुली बहस में काजल भट्ट ने कड़ी प्रतिक्रिया देते कहा कि 'केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमेशा से भारत के अखंड हिस्सा थे, और रहेंगे। इसमें वो हिस्सा भी आता है, जिस पर पाकिस्तान ने अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है। हम आह्वान करते हैं कि पाकिस्तान अवैध कब्जों के क्षेत्रों को तुरंत खाली कर दे।'

लंदन: दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से समर्थन प्राप्त एक समूह के साथ करार किया है। यह समझौता कंपनी कोविड-19 की अपनी प्रायोगिक दवा बनाने की अनुमति अन्य कंपनियों को देने के लिए किया है। माना जा रहा है कि फाइजर का यह कदम दुनिया की आधी से अधिक आबादी को इलाज उपलब्ध करवा सकता है।

इस संबंध में मंगलवार को जारी एक बयान में फाइजर ने कहा कि हम एंटीवायरल दवा के लिए जिनेवा स्थित 'मेडिसिन्स पेटेंट पूल' को लाइसेंस देंगे, जो जेनरिक दवा निर्माता कंपनियों को इसका उत्पादन करने की अनुमति देगा। इससे दुनिया के 95 देशों में यह दवा उपलब्ध हो सकेगी। इन देशों में दुनिया की 52 फीसदी आबादी रहती है।

हालांकि, इस समझौते में कुछ बड़े देशों को शामिल नहीं किया गया है, जिन्हें कोरोना वायरस महामारी ने बुरी तरह प्रभावित किया था। उदाहरण के तौर पर ब्राजील की कोई दवा कंपनी इसे अन्य देशों में निर्यात करने के लिए निर्माण का लाइसेंस पा सकती है।

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