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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

हांगकांग: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने चीन पर दबाव और बढ़ा दिया है। अब उसने तिब्बत से जुड़े मुद्दों के लिए एक विशेष संयोजक (कोऑर्डिनेटर) को नियुक्त किया है, जिसकी जिम्मेदारी चीन सरकार और दलाई लामा के बीच ठोस वार्ता की शुरुआत करवाने, और मानवाधिकारों व मूलभूत स्वतंत्रताओं की रक्षा करने की होगी। व्हाइट हाउस के बयान के मुताबिक भारतीय मूल की वरिष्ठ राजनयिक उज्रा जेया नई विशेष संयोजक होंगी। जेया बाइडन प्रशासन में नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र, और मानव अधिकार विभाग की उप मंत्री भी हैं।

तिब्बतियों की धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों का सम्मान सुनिश्चित करेंगी जेया

जेया की नियुक्ति के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने एक बयान में कहा कि अपनी नई भूमिका में जेया ऐसे प्रयास करेंगी कि तिब्बत के लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता सहित मानव अधिकारों और मूलभूत स्वतंत्रताओं का सम्मान सुनिश्चित किया जा सके। इसके साथ ही वे तिब्बत की खास ऐतिहासिक, भाषाई, सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत की रक्षा के प्रयासों को भी अपना समर्थन देंगी।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने रविवार को कहा कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए कश्मीर मुद्दे का समाधान महत्वपूर्ण है। जनरल बाजवा ने यह टिप्पणी सऊदी विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान अल सऊद के साथ एक बैठक के दौरान की। सऊदी ने अफगानिस्तान में मानवीय हालात पर आयोजित इस्लामिक सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों के 17वें सत्र से इतर बाजवा से मुलाकात की थी। पाकिस्तान सेना ने एक बयान में कहा कि दोनों ने साझा हित, क्षेत्रीय सुरक्षा, अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति और द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के मुद्दों पर चर्चा की।

एक बयान के अनुसार, जनरल बाजवा ने इस बात पर भी जोर दिया कि 'दक्षिण एशिया में स्थिरता के लिए कश्मीर विवाद का शांतिपूर्ण समाधान आवश्यक है। साथ ही यह भी दोहराया कि पाकिस्तान क्षेत्रीय शांति और समृद्धि के मद्देनजर अपने सभी पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध चाहता है। अगस्त, 2019 में भारत द्वारा जम्मू और कश्मीर की विशेष शक्तियों को वापस लेने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा के बाद भारत-पाक संबंध बिगड़ गए।

ढाका: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ऐतिहासिक श्री रमणा काली मंदिर का यहां शुक्रवार को उद्घाटन किया और इसे भारत तथा बांग्लादेश के लोगों के बीच सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक जुड़ाव का प्रतीक बताया। वर्ष 1971 में पाकिस्तानी सेना ने इस मंदिर को ध्वस्त कर दिया था। मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है।

कोविंद बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम. अब्दुल हामिद के निमंत्रण पर अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर ढाका आए हैं। वह 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती समारोह में हिस्सा ले रहे हैं। राष्ट्रपति और प्रथम महिला सविता कोविंद ने जीर्णोद्धार किए गए मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।

बांग्लादेश के धार्मिक मामलों के कनिष्ठ मंत्री फरीदुल आलम खान ने मंदिर के पुजारियों के साथ राष्ट्रपति, प्रथम महिला और उनकी बेटी स्वाति का स्वागत किया तथा वे लगभग 30 मिनट तक कार्यक्रम स्थल पर रुके। मंदिर के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ भारत के राष्ट्रपति ने मंदिर के विस्तारित हिस्से का उद्घाटन किया, पूजा-अर्चना की और मंदिर का संचालन करने वालों को बधाई दी।’’

जेनेवा: विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड-19 वैक्‍सीन कोवोवैक्स को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी है जो कि सीरम इंस्‍टीट्यूट आफ इंडिया (सीआईआई) की नोवावैक्‍स वैक्‍सीन का वर्जन है। डब्‍ल्‍यूएचओ की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'अमेरिका स्थित नोवावैक्‍स से लाइसेंस के तहत सीरम इंस्‍टीट्यूट द्वारा निर्मित टीके को अब वैश्विक वैक्‍सीन शेयरिंग सिस्‍टम के तहत कोवावैक्‍स के रूप में वितरित किया जाएगा।'

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के एक्सेस टू वैक्सीन्स के प्रमुख मारिएंजेला सिमाओ ने कहा, 'ऐसे समय में नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं, वैक्‍सीन एसएआरएस-सीओवी-2 से होने वाली गंभीर बीमारी और मौतों से लोगों को बचाने का सबसे प्रभावी उपाय है। इस कदम का उद्देश्‍य खासतौर पर कम आयवालों देशों (लोअर-इंकम कंट्रीज़) में वैक्‍सीन की पहुंच बढ़ाना है।' उन्‍होंने कहा कि कम आय वाले देशों में से 41 अभी भी अपनी आबादी के 10 फीसदी को वैक्‍सीन देने में सक्षम नहीं हो पाए हैं जबकि 98 देश, 40 फीसदी वैक्‍सीनेशन तक भी नहीं पहुंच पाए हैं।

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