गुवाहाटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से फोन पर बात कर राज्य में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया और स्थिति से निटपने के लिए केंद्र से राज्य को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। असम में इस साल बाढ़ से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग बेघर हो गये हैं। सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि सोनेवाल ने मोदी को बाढ़ से बड़े पैमाने पर तबाही से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सैलाब ने राज्य की अर्थव्यवस्था के अलावा लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। साथ में मोदी को असम सरकार द्वारा किए गए राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों के विवरण के बारे में भी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया कि राज्य सरकार ने प्रशासन को बराक और ब्रह्मपुत्र, दोनों घाटियों में संवेदनशील बनाया है और उपायुक्तों को कर्मियों और सामग्रियों के साथ बाढ़ प्रभावित लोगों तक पहुंचने के लिए कहा है। विज्ञप्ति में बताया गया है कि सोनोवाल ने मोदी को फंसे हुए लोगों के लिए आरंभ किए गए राहत और बचाव कार्यों की पूरी जानकारी दी।
उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने राज्य के मंत्रियों और विधायकों सहित सभी जन प्रतिनिधियों को बाढ़ पीड़ितों की मदद करने और व्यक्तिगत रूप से बचाव कार्यों में खुद को शामिल करने के लिए कहा है।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि प्रधानमंत्री के एक प्रश्न पर, सोनोवाल ने बताया कि 24X7 नियंत्रण कक्ष सहित बाढ़ नियंत्रण तंत्रों को सेवा में लगाया गया है। साथ में राज्य सरकार के अधिकारियों को भी तैनात किया गया है। सोनेवाल ने कहा कि पशु चिकित्सा और पशुपालन विभाग से कहा गया है कि वे फंसे हुए पशुओं की देखभाल करें और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, अन्य राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों के पशुओं के लिए पर्याप्त चारे का भंडारण तैयार रखें।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने असम सरकार की, स्थिति को संभालने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया और मुख्यमंत्री से युद्ध स्तर पर राहत, बचाव और पुनर्वास उपाय करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को गृह मंत्री अमित शाह को असम की बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी दी थी। शाह ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल तथा अन्य एजेंसियों को निर्देश दिया है कि बाढ़ प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद की जाए। असम में बाढ़ की स्थिति रविवार को और खराब हो गई जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई और करीब 26.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि इस राज्य में बारपेटा सबसे प्रभावित जिला है और इसमें 7.35 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।