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गोहपुर (असम): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि असम और शेष पूर्वोत्तर कांग्रेस सरकार की नीतियों के चलते 1970 के दशक से घुसपैठ का सामना कर रहा है। मोदी ने गोहपुर में भाजपा की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं को बुजुर्गों से इस बारे में जानना चाहिए कि किस तरह से कांग्रेस ने असम के साथ बार - बार विश्वासघात किया है। शनिवार को राज्य में उनकी यह दूसरी रैली थी। मोदी ने कहा, ‘‘क्या असम के लोग उन लोगों का समर्थन करेंगे जो देश हित के खिलाफ काम कर रहे हैं? वे लोग हमारे देश की प्रगति का समर्थन नहीं करते, क्या वे असम के विकास की सुध लेंगे?’’  

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही लोगों को धोखा दिया लेकिन ‘चौकीदार’ घुसपैठ, आतंकवाद और भ्रष्टाचार से लड़ेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित में यह जनसंघ और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे कद्दावर नेता थे जिन्होंने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान बांग्लादेश के समर्थन में अपनी आवाज उठाई।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की अहम बातें

मैं ये दावा नहीं कर सकता कि 5 साल में मैंने सारे काम पूरे कर लिए हैं। जब 70 साल वाले ये दावा नहीं कर सकते, तो मैं ये दावा कैसे कर सकता हूं। जो कसर अभी रह गई है, उसको पूरा करने के लिए ही मैं फिर एक बार आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। आज एक तरफ दमदार चौकीदार है और दूसरी तरफ महामिलावट वाले परिवार हैं। एक तरफ असम का, राष्ट्रहित का विचार है और दूसरी तरफ वोट के लिए किसी भी हद तक जाने वालों का इतिहास है।

अगर महामिलावट करने वाले लोगों के अतीत और वर्तमान को देखें, तो आपको पता चल जायेगा कि अगर गलती से भी ये लोग दोबारा आ गए, तो ये असम को वापस मुसीबतों में झोंक देंगे। यहां के युवा अपने बुज़ुर्गों से पता करें कि कांग्रेस ने कैसे असम को हर बार ठगा है, धोखा दिया है, असम के लोगों के विश्वास को तोड़ा है। क्या ये सच नहीं है कि अगर सरदार पटेल ना होते, श्रद्धेय गोपीनाथ बोरदोलोई ना होते, तो असम की वो पहचान नहीं होती, जो आज है। भारत अब बदल चुका है, पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है, हमारे हर कदम की सराहना हो रही है। लेकिन हमारे घर में महामिलावट की जमात इस गौरवपूर्ण बातों में अपना सुर मिलाने को तैयार नहीं हैं।

ये लोग चौकीदार का विरोध करते करते, आज भारत का ही विरोध करने लगे हैं। असम और भारत का हित केवल वही लोग कर सकते हैं, जिनके दिल में असम और भारत बसता है। लड़ाई चाहे घुसपैठियों और आतंकियों से हो या दलालों और भ्रष्टाचारियों से। आपका ये चौकीदार डटकर खड़ा है। भारत को धोखा देने वालों और भारत को लूटने वालों के साथ क्या हो रहा ये आप आये दिन मीडिया में देख रहे हैं। चाय के बागानों में काम करने वालों के लिए भी हमारी सरकार द्वारा पूरी संवेदना के साथ कार्य किया जा रहा है।

चाय बागान में काम करने वाले साथियों के लिए हमने पीएम श्रमयोगी मान धन योजना बनाई है। असम के हित और अस्मिता की रक्षा ये चौकीदार ही कर सकता है। ये चौकीदार ऐसा है जिसपर आपको विश्वास है लेकिन विपक्षियों में खौफ है। आज असम में गरीबों का 5 लाख रुपये का तक इलाज सुनिश्चित हुआ है। गरीबों को पक्के घर मिल रहे हैं, गरीब बहनों को गैस के कनेक्शन मिल रहे हैं और छोटे किसानों को हर साल 6 हजार रुपये मिल रहे हैं। गरीबों और किसानों के साथ साथ यहां गांवों में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है।

ब्रह्मपुत्र पर पांच नए पुल बनाने की स्वीकृति हमारी सरकार ने दी है। यहां की महान संतान लासित बोरफूकन ने एक बात कही थी। कि कोई भी मामा देश से बड़ा नहीं होता। लेकिन कांग्रेस के लिए हर वो मामा देश हित से बड़ा है, जो उनके स्वार्थ में उनका साथ देता है। मिशेल मामा, क्वात्रोची मामा, ऐसे अनेक मामा हैं, जिनके लिए इन्होंने देश तक को दांव पर लगा दिया। 11 अप्रैल के दिन आपके पास चौकीदार को मजबूत करके देश के दलालों और घुसपैठियों को कड़ा संदेश देने का अवसर है।

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