मथुरा: गांव वालों, अगर आपने हेमा को वोट नहीं दिया तो मैं इस गांव की पानी की टंकी पर चढ़ जाऊंगा। यह डायलॉग रविवार को सिने स्टार और भाजपा सांसद हेमामालिनी के पति धर्मेंद्र ने हेमा के समर्थन में आयोजित सभाओं में बोला। सौंख, बलदेव और बाजना में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित सभाओं को धर्मेंद्र ने संबोधित किया। यह तीनों इलाके जाट बहुल हैं। सौंख की सभा में धर्मेंद्र अपना भाषण समाप्त कर चुके तभी लोगों ने फिल्मी डायलॉग के लिए शोर करना शुरू कर दिया।
धर्मेंद्र बोले अगर मैं यहां फिल्मी डायलॉग बोलूंगा तो फिर आप लोग मेरी फिल्म देखने सिनेमा हॉल क्यों जाओगे। लोगों ने जब शोर जारी रखा तो बराबर में खड़ी हेमामालिनी ने धर्मेंद्र के कान में कुछ कहा। इसके बाद धर्मेंद्र शोले के वह वीरू बन गए, जो बसंती से शादी के लिए मौसी को मनाने के लिए पानी की टंकी पर चढ़ जाता है। लेकिन उनके यह डायलॉग बसंती से शादी के लिए न होकर बसंती को वोट देने के लिए थे।
धर्मेंद्र बोले ‘गांव वालों अगर बसंती को वोट नहीं दिया तो मैं इस गांव की पानी की टंकी पर चढ़ जाऊंगा, फिर गांव की कई मौसियां आएंगी और कहेंगी कि बेटा उतर आओ, हम बसंती को ही वोट देंगे’। उनके इस डायलॉग पर लोगों ने जमकर तालियां बजाईं। धर्मेंद्र बोले कि कुछ लोग कहते हैं कि मैं शोले में गब्बर का रोल करना चाहता था। यह झूठ है। मैं इतना खूबसूरत इंसान। तम्बाकू खाते गब्बर का रोल करता और फिर इतनी खूबसूरत हेमा मेरे साथ थी।
धर्मेंद्र के शरीर पर उम्र का असर दिख रहा था लेकिन उनका दिल आज भी जवां दिखा। बलदेव की सभा में भीड़ में ज्यादा ही जोश देखते हुए वह अपने आपको रोक नहीं सके और फ्लाइंग किस देते हुए सीटी बजाने की कोशिश करने लगे। यह बात अलग है कि सीटी बजाने में वह सफल नहीं हो सके।
तिरंगा लेकर निकलता तो पिता जी डांटते थे मां को
धर्मेंद्र ने अपने बचपन का किस्सा सुनाते हुए कहा कि जब वह चौथी कक्षा में पढ़ते थे तो देश पर अंग्रेजों का राज था। मां हाथ में तिरंगा पकड़ाकर कहती बेटा जा आजादी के नारे लगा। मैं घर से बाहर निकलकर इंकलार्ब ंजदाबाद के नारे लगाता। शाम को पिता जी जब आते और उन्हें यह पता लगता तो वह मां से कहते इसके ऐसा करने पर मेरी नौकरी चली जाएगी। मां का जवाब होता कि नौकरी जाए तो जाए लेकिन यह तो इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाएगा।